बिहार में नाबालिग दलित बच्ची से जबरन शादी के बाद नेपाल ले जाकर बेचने का आरोप, मामला दर्ज

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समीर आलम से जब आगे की पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पहले भी दुबारा दलित लड़की की तस्करी में जेल जाने के सवाल पर समीर आलम पुलिस से बोला, “कोई बात नहीं दोबारा भी जेल चला जाऊँगा, फिर बेल पर बाहर आ जाऊँगा।”

BIHAR NEWS : “द केरला स्टोरी” फिल्म तो आपको याद होगी जिसमें लव जिहाद की घटनाओं को दिखाया गया था। कुछ ऐसा ही मामला बिहार से सामने आया है जहां पर एक मुस्लिम युवक ने दलित नाबालिग लड़की को धोखे में रखकर उसके साथ निकाह किया और बहला फुसलाकर उसे बेचने नेपाल ले जा रहा था और उस दौरान आरोपी को सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवानों ने दबोच लिया। जानते हैं पूरा मामला।

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नाबालिग लड़की को धोखे में रख कर पहले निकाह किया :

दरअसल पूरा मामला बिहार के पूर्वी चंपारण का है। जहां पर 26 साल के समीर आलम पर आरोप है कि उसने नाबालिग लड़की को धोखे में रख कर पहले निकाह किया और उसे बहला-फुसला कर नेपाल ले जा रहा था। उसी दौरान 20 अप्रैल शनिवार के दिन सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवानों ने दलित हिंदू नाबालिग लड़की के साथ समीर आलम को पकड़ लिया। जानकारी में यह भी सामने आया है कि समीर पर इस से पहले भी गैर मुस्लिम लड़कियों को इस्लाम कबूल करवा कर बेचने के आरोप लग चुके हैं।

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आरोपी ने  पीछा नहीं छोड़ा :

जानकारी के मुताबिक 17 साल की हिंदू लड़की नरकटियागंज की रहने वाली है। वह अक्सर अपनी सहेली सलमा खातून के घर जाया करती थी। दरअसल लड़की की मुलाकात समीर आलम से उस दौरान हुई जब वह अपनी सहेली सलमा खातून के साथ विवाह समारोह मे गयीं थीं। तब समीर ने पीड़िता से शादी समारोह में बात करने की कोशिश की लेकिन पीड़िता ने उससे बात करने से इंकार कर दिया। इसके बाद भी आरोपी ने असका पीछा नहीं छोड़ा। स्कूल जाते समय भी बीच रास्ते में पीड़िता को रोककर बात करने की कोशिश करता था।

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आरोपी ने अपनी असली पहचान नहीं बताई:

थोड़े दिनों बाद पीड़िता ने समीर आलम से बात करना शुरु कर दिया था लेकिन समीर आलम ने अपनी असली पहचान के बारे में पीड़िता को नहीं बताया। दोनों की जान पहचान हुए तकरीबन 2 महीने हो चुके थे। इसके बाद समीर पीड़िता को अपने घर ले जाने की जिद करने लगा। पहले तो पीड़िता ने मना कर दिया लेकिन बाद में वो जल्दी लौट आने की शर्त पर मान गई। स्कूल के लिए निकली पीड़िता सीधे समीर के घर पहुँच गई। वहां पर जाकर पीड़िता ने पाया कि वहां पर पहले से तैयार कई ख़ातूनें (महिलाएँ) मौजूद थीं। इन सभी के बीच में समीर ने पीड़िता की मांग भरने की कोशिश की।

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धोखे से निकाह किया :

पीड़िता ने अपने बयान में पुलिस को बताया कि इतनी देर में वो समझ चुकी थी कि उसे फँसाया जा चुका है। लड़की चुपचाप जो कहा गया वो करती रही। शादी करने के बाद समीर लड़की को अपने साथ ले कर रहने लगा। लड़की को कहीं भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं थी। 2 बार जब पीड़िता ने भागने की कोशिश की तो उसे पकड़ लिया गया। पीड़िता का फोन भी छीन लिया गया था। पीड़िता ने अपने बयान में यह भी बताया कि एक दिन जब उसे समीर के फोन से कॉल करने का मौका मिला था लेकिन उसे पकड़ लिया गया था।

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नेपाल बेचने की साजिश :

इसके बाद समीर ने पीड़िता को नेपाल बेचने की साजिश की। इस सजीश को अंजाम तक पहुंचाने के लिए समीर ने पीड़िता को रक्सौल बाजार घुमाने का ऑफर दिया। बाजार घुमाने के बहाने वह पीड़िता को लेकर नेपाल सीमा की तरफ बढ़ गया और इस दौरान सीमा पर तैनात SSB की 47वीं बटालियन के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा की नजर लड़की और समीर पर पड़ी। उन्हें शक हुआ तो समीर से पूछताछ की। समीर के बातचीत के ढंग से उनका शक और पुख्ता हो गया। जब उन्होंने लड़की से बात की तो वो भी खुल कर कुछ बोल नहीं रही थी।

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कोई बात नहीं दोबारा भी जेल चला जाऊँगा :

इंस्पेक्टर मनोज शर्मा समीर और पीड़िता को थाने ले आए। यहाँ समीर के मोबाइल में कई आपत्तिजनक वीडियो और फोटो मिली । जाँच में यह भी सामने आया कि बेतिया के रहने वाले मोहम्मद गुड्डू मियाँ के बेटे समीर आलम पर 11 मई 2022 को दलित समुदाय की ही एक नाबालिग लड़की की तस्करी का आरोप लग चुका है। तब उस पर प्रतापगढ़ में धारा 363, 366, 376, 370 और पॉक्सो एक्ट 03 (2) एसटी, एससी एक्ट में केस भी दर्ज हुआ था। आरोपित समीर पहले से शादीशुदा और 1 बच्चे का पिता भी बताया जा रहा है। समीर आलम से जब आगे की पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पहले भी दुबारा दलित लड़की की तस्करी में जेल जाने के सवाल पर समीर आलम पुलिस से बोला, “कोई बात नहीं दोबारा भी जेल चला जाऊँगा, फिर बेल पर बाहर आ जाऊँगा।” आखिरकार भेद खुल जाने पर नाबालिग पीड़िता ने भी समीर आलम के सारे कालेकारनामों का पर्दा फाश कर दिया।

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समीर आलम के खिलाफ मामला दर्ज :

आखिरकार समीर आलम के खिलाफ रक्सौल के एक सामाजिक कार्यकर्ता रणजीत सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। इस शिकायत पर समीर आलम के खिलाफ IPC की धारा 363, 366, 376, 370 और पोक्सो एक्ट के अलावा एससी/एसटी एक्ट व बाल विवाह अधिनियम आदि के तहत कार्रवाई की गई है। समीर आलम को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया है। पीड़िता के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस मामले की जाँच में जुटी हुई है।

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