कुछ दिनों पहले ही गुजरात के बांसकांठा जिले में एक दलित पुरुष पर कथित तौर पर अच्छे कपड़े पहनने के कारण उच्च जातियों के एक समूह ने उस पर हमला कर दिया। इसके बाद, सनग्लासेस पहनने के कारण एक दलित युवक को मारा-पीटा गया और अब फिर गुजरात के पाटन जिले के काकोशी गांव में […]
Author: Dalit Times
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मिला ‘द ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ येलो स्टार’ नागरिक सम्मान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूरीनाम के अपने समकक्ष चंद्रिकाप्रसाद संतोखी से मुलाकात करते हुए उन्होंने रक्षा, कृषि, सूचना-प्रौद्योगिकी और क्षमता निर्माण सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मज़बूत करने के फैक्टर्स पर चर्चा किया गया। इसके साथ ही, दोनों पक्षों द्वारा स्वास्थ्य और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर […]
दलित दूल्हे के घोड़े पर बैठने पर बारात पर बरसाये पत्थर, भारी पुलिस की तैनाती।
मध्यप्रदेश के छतरपुर में जातिवादियों ने किया हंगामा! दलित दूल्हे के घोड़े पर बैठने पर बारात पर बरसाये पत्थर, भारी पुलिस की तैनाती। आखिर दलित के घोड़ी पर बैठने से इन्हे क्या तकलीफ है? ऐसी कई घटनाएं हैं जहां दलित दूल्हे को घुड़सवारी से रोका जाता है और विरोध करने पर डराया धमकाया जाता, और […]
दलित महिला जो बनी संस्कृत भाषा की पहली दलित स्कॉलर
कुमुद पावड़े, एक प्रखर भारतीय दलित एक्टिविस्ट थीं। जिन्होंने दलित समुदाय के संघर्षों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। सन 1938 में, नागपुर में एक दलित परिवार में जन्मी कुमुद, जो संस्कृत भाषा कि पहली दलित महिला बनीं। संस्कृत एक ऐसी भाषा जिसपर, आरंभ से ही केवल उच्च जातियों का एकाधिकार माना जाता रहा है, उस […]
आइए जानते हैं पूना पैक्ट समझौता लागू करने के पीछे क्या था पूरा मामला?
पूना समझौता जिसे पूना पैक्ट के नाम से भी जाना जाता है, जोकि 24 सितंबर 1932, को शाम पांच बजे यरवदा जेल पूना में महात्मा गांधी और डॉ. अंबेडकर के बीच समझौता हुआ था। जिसके परिणामस्वरुप इस समझौते में डॉ. अंबेडकर को कम्यूनल अवॉर्ड में दिए गए पृथक निर्वाचन के अधिकार को छोड़ना पड़ा और […]
अल्पसंख्यक समुदायों के प्रतिनिधियों का राष्ट्रीय सम्मेलन दिल्ली में आयोजित
देश भर के अल्पसंख्यक समुदायों के प्रतिनिधियों का राष्ट्रीय सम्मेलन “नेशनल कांफ्रेंस फॉर माइनॉरिटी (एनसीएम)” द्वारा दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में डीएमके पार्टी के राज्यसभा सांसद श्री पी. विल्सन (तमिलनाडु), AIMIM लोकसभा सांसद इम्तियाज जलील (महाराष्ट्र), लोकसभा निर्दलीय एम.पी. नबा कुमार सरनिया (असम), तृणमूल कांग्रेस राज्यसभा […]
क्यों बन रहा हैं ओबीसी आरक्षण एक बड़ा मुद्दा?
ओबीसी आरक्षण बचाओ काफी समय से चर्चाओं में है, जिसे लागू करने की बात कई सालों से चल रही है। बताया जा रहा है, कि पिछले साल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह घोषणा करते हुए कहा था कि, राज्य में बिना ओबीसी आरक्षण के चुनाव नहीं होंगे। जबकि विपक्षी दलों ने योगी […]
DU से क्यों हटाए जा रहें है बाबा साहेब अंबेडकर से जुड़े कोर्स?
दिल्ली विश्वविद्यालय की समिति ने डॉ. अंबेडकर पर आधारित कोर्स को हटाने का दिया प्रस्ताव, जिसका यूनिवर्सिटी के दर्शनशास्त्र विभाग ने कड़ा विरोध किया। सूत्रों के मुताबिक़, दिल्ली विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग ने बी.ए. प्रोग्राम फिलॉसोफी से डॉ. अंबेडकर के दर्शन पर आधारित एक वैकल्पिक पाठ्यक्रम को छोड़ने के अकादमिक मुद्दों पर दिल्ली युनिवर्सिटी की […]
इस प्रधानमंत्री ने मायावती को बताया था “लोकतंत्र का चमत्कार” ?
कई बार आपने पढ़ा या सुना होगा “जब आप एक पुरुष को शिक्षित करते हैं तो केवल एक आदमी शिक्षित होता है लेकिन एक स्त्री के शिक्षित होने से पूरी पीढ़ी शिक्षित होती है।“ ठीक उसी तरह राजनिति की कमान अगर एक स्त्री के हाथ में है तो न केवल लोकतंत्र फलेगा-फूलेगा बल्कि उसकी बुनियाद […]
Do you know Milind Kamble who comes from Dalit society? Who is giving a platform to Dalit entrepreneurs of India to show their potential
Padma Shri Milind Kamble is such a social worker who worked hard for the upliftment of the downtrodden people and today he is not dependent on any recognition. Milind Kamble is a well-known businessman of India, whose hard work has given a platform to Dalit entrepreneurs of India to establish and grow their business. Milind […]