भारत को आज़ाद हुए सात दशक से ज़्यादा हो चुके हैं। हमने विदेशी हुकूमत की ज़ंजीरों को तोड़ डाला, पर क्या सच में हम पूरी […]
श्रेणी: एससी एसटी नायक
राष्ट्रपिता ज्योतिबा फुले: समता, शिक्षा और चेतना के प्रतीक
महात्मा फुले सिखाते हैं कि सामाजिक परिवर्तन की राह आसान नहीं होती। विरोध सहना पड़ता है, अकेले खड़ा होना पड़ता है, लेकिन अंत में वही […]
“मान्यवर साहेब कांशीराम” जो बहुजन राजनीति के सूत्रधार कहलाए…
आज 15 मार्च है, मान्यवर कांशीराम जी का जन्मदिवस है। बहुजन आंदोलन के इस महान योद्धा को नमन करते हुए, हम उनके विचारों और संघर्षों […]
माता सावित्रीबाई फूले और उनकी ऐतिहासिक प्रासंगिकता
माता सावित्रीबाई फूले ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई पहल कीं जैसे विधवा पुनर्विवाह को बढ़ावा देना और गर्भवती विधवाओं को समाज के […]
Birth Anniversary: कौन थे दीना भाना वाल्मीकि जिन्होंने कांशीराम को बाबा साहेब के विचारों से मिलवाया था…?
कांशीराम ने बोला, “दीना तुझे छुट्टी भी मिलेगी और नौकरी भी दिलाऊंगा और इस देश मे बाबासाहेब की जयंती की छुट्टी न देने वाले की […]
क्या गौतम बुद्ध विष्णु के अवतार थे? क्यों और कैसे किया उनके विचारो का विकृतिकरण? ?
गौतम बुद्ध ने जाति व्यवस्था और ब्राह्मणवादी वर्चस्व को खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति जन्म से श्रेष्ठ या नीच नहीं होता, […]
फातिमा शेख: भारत की प्रथम मुस्लिम महिला शिक्षिका या ऐतिहासिक विवाद का केंद्र?
फातिमा शेख को भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका माना जाता है, जिन्होंने 19वीं सदी में सावित्रीबाई फुले और ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर महिलाओं […]
कौन थे जयपाल सिंह मुंडा जिनके नेतृत्व में ध्यानचंद ने खेली थी हॉकी की पारी?
झारखंड के महानायक “मरांग गोमके” जयपाल सिंह मुंडा (1903-1970) ने आदिवासी अधिकारों, खेल और राजनीति में ऐतिहासिक योगदान दिया। ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई के दौरान उन्होंने […]
Savitribai Phule Jaynti: माता सावित्रीबाई फुले के त्याग, समर्पण और निष्ठा को नमन
माता सावित्रीबाई फुले, भारत की पहली महिला शिक्षिका, ने 19वीं सदी में महिलाओं और दलितों के लिए शिक्षा का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने अपने पति […]
परभणी बंद और हिंसा: अंबेडकर प्रतिमाओं पर लगातार हमले, भारत भर में घटनाओं की श्रृंखला, पढ़ें पूरा लेख
महाराष्ट्र के परभणी जिले में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा के पास रखी संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त किया गया, जिससे दलित समुदाय में गहरा […]