गिरफ़्तारी के दौरान जान लीजिए भारतीय राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशानिर्देश, कभी भी आ सकते हैं काम

भारतीय राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) द्वारा पुलिस गिरफ्तारी के संबंध में जारी दिशानिर्देश : किसी भी गिरफ़्तारी के पहले, दौरान या गिरफ़्तारी के बाद कैसे […]

“मारने वाले से बड़ा बचाने वाला होता है।” मारने वाला गोडसे याद है पर बचाने वाले पसमांदा महापुरुष नहीं .

राजेंद्र बाबू राष्ट्रपति बनने के बाद पहली दफा 1950 ई. में मोतिहारी पधारे थे। सभा शुरू हुई तो रेल की पटरियों की तरफ से एक […]

भारत में मानवाधिकार उलंघन के केस 41 प्रतिशत से ज़्यादा की वृद्धि, उत्तर प्रदेश टॉप पर।

भारत का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एक स्वायत्त विधिक संस्था है। इसकी स्थापना 12 अक्टूबर 1993 को हुई थी। इसकी स्थापना मानवाधिकार सरक्षण अधिनियम, 1993 के […]

केंद्र की नई सौगात “नो रैंक नो पेंशन “: 4 साल के बाद किस दिशा में जाएगा सेना का जवान.

संवाददाता तोषी मैंदोला की रिपोर्ट वन रैंक वन पेंशन पर वोट मांगने वाली केंद्र सरकार ने भारतीय युवाओं को “नो रैंक नो पेंशन” की सौगात […]

पत्रकार तान्या यादव ने संभाली ग्लोबल मीडिया की कमान  बनीं Transcontinental Times की बिजनेस हेड

वैकल्पिक मीडिया के उभार के इस दौर में, वंचित वर्ग से आने वाले युवाओं के लिए अवसर के तमाम दरवाजे खुल रहे हैं। बहुजन समाज […]

सर सैयद अहमद खानः एक व्यक्ति दो राष्ट्र में हिरो ?AMU में आरक्षण कब ?

सर सैयद अहमद खान ने साल 1867 में मुहम्मडन एंग्लो-ओरियंटल स्कूल खोला साल 1920 में इस कॉलेज का नाम अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी रख दिया गया। […]

क्या है पसमांदा आंदोलन और क्यों लगाया जाता है ये नारा ”पिछड़ा-पिछड़ा एक समान, हिंदू हो या मुसलमान’’

पसमांदा  ‘पस’ फारसी का शब्द है, जिसका मायने पीछे होता है। ‘मांदा’ का अर्थ है छूट गया अर्थात् जो पीछे छूट गया, उसे ही पसमांदा […]

क्या मायावती राजनीति में अकेली हो गयी हैं?

एक वो दौर था,एक ये दौर है… ये एक शेर का हिस्सा है पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व सांसद,पूर्व विधायक और बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्षा सुश्री मायावती […]

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