आज 31 मार्च है आज ही के दिन बाबा साहब अम्बेडकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था लेकिन सवाल ये है की बाबा […]
श्रेणी: विमर्श
Dalit Times Exclusive Editorial Articles from various renouned intellectuals,social workers and guest writers.
“अछूत” ऑटोबायोग्राफी पढ़ी है आपने, पढ़िए क्यों हैं ये खास..
प्रसिद्ध दलित लेखक दया पवार मराठी भाषा के यशस्वी कवि और लेखक हैं। दया पवार ऐसे महान विचारक रहे हैं, जिन्होंने अपने रचनात्मक लेखन से […]
शैक्षणिक संस्थानों में जातिवाद का शिकार हो रहे है दलित छात्र, शिक्षा मंत्रालय ने की पुष्टि
वर्तमान समय में यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि हमारे शीर्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थानों में आय दिन युवा छात्र किसी न किसी तनाव या […]
बार बार दलितों का अपमान करते हैं राहुल गांधी ?
राहुल गान्धी ने साल 2004 से लेकर 2014 तक अमेठी (उत्तर प्रदेश) से लोकसभा चुनाव जीत कर संसद की सदस्यता हासिल की और उसके बाद […]
नवजागरण की परंपरा को आगे बढ़ा रहा है दलित साहित्य : शरण कुमार लिम्बाले
मराठी लेखक शरण कुमार लिंबाले ने अपनी लेखन और चितंन क्षमता के बल पर नवजागरण की परम्परा और दलित साहित्य को आगे बढ़ाने में सराहनीय […]
जाति व्यवस्था के कड़े आलोचक थे भगत सिंह
23 मार्च की तारीख इतिहास के पन्नों में शाहदत दिवस के तौर पर दर्ज है। इसी दिन देश की आजादी के लिए “इंकलाब जिंदाबाद” के […]
पी के रोज़ी : दलित नायिका जिसकी फिल्म ब्राह्मणवादियों ने नहीं चलने दी थी
क्या आपने कभी देखा है कि कोई ब्राह्मण नायिका सिनेमाई पर्दे पर अदाकारी कर रही हो और लोग सिर्फ उसके ब्राह्मण होने की वजह से […]
MP: बीजेपी के अधूरे वादों के तलें दबा बहुजन समाज
चुनावी सालों में बीजेपी का फोकस आदिवासी, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग पर जाने लगता है। और जाए भी क्यों न? ये वर्ग किसी भी […]
महाड़ आंदोलन जिसने जातिवाद की जड़ें हिला दी
कहा जाता है कि अगर तीसरा विश्वयुद्ध हुआ तो वो यकीनन पानी को लेकर होगा. वही पानी जो आज आसानी से पीने के लिए तो […]