मुद्राराक्षस का मूल नाम सुभाष चंद्र था। मुद्राराक्षस का जन्म 21 जून 1933 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश के गाँव बेहटा में हुआ था। गाँव में […]
श्रेणी: विमर्श
Dalit Times Exclusive Editorial Articles from various renouned intellectuals,social workers and guest writers.
आइए जानते हैं पूना पैक्ट समझौता लागू करने के पीछे क्या था पूरा मामला?
पूना समझौता जिसे पूना पैक्ट के नाम से भी जाना जाता है, जोकि 24 सितंबर 1932, को शाम पांच बजे यरवदा जेल पूना में महात्मा […]
क्यों बन रहा हैं ओबीसी आरक्षण एक बड़ा मुद्दा?
ओबीसी आरक्षण बचाओ काफी समय से चर्चाओं में है, जिसे लागू करने की बात कई सालों से चल रही है। बताया जा रहा है, कि […]
इस प्रधानमंत्री ने मायावती को बताया था “लोकतंत्र का चमत्कार” ?
कई बार आपने पढ़ा या सुना होगा “जब आप एक पुरुष को शिक्षित करते हैं तो केवल एक आदमी शिक्षित होता है लेकिन एक स्त्री […]
क्या थी “बहिष्कृत हितकारणी सभा” जिसके पहले अधिवेशन ने बाबा साहेब अंबेडकर को कर दिया था निराश ?
बाबा साहेब अंबेडकर ने दलित वर्गों के अधिकारों के लिए अजीवन लड़ाई लड़ी, वे अकेले ऐसे योद्धा थे जिन्होंने कभी इस लड़ाई से हार नहीं […]
दलित समाज से आने वाले मिलिंद काम्बले को जानते हैं आप ? जो भारत के दलित उद्यमियों को अपनी काबिलियत दिखाने के लिए दे रहे हैं मंच
पद्मश्री मिलिंद काम्बले एक ऐसे समाज सेवक हैं, जिन्होंने दलित वर्ग के लोग के उत्थान के लिए कड़ी मेहनत की और आज वे किसी पहचान […]
बाबा साहब अंबेड़कर ने क्यों कहा कि मैं बौद्ध धर्म को इसलिए पसंद करता हूं क्योंकि?
दलितों के हितैषी बाबा साहब अंबेड़कर समता, समानता, स्वतंत्रता, सामाजिक भाईचारा के पक्षधर थे। मानवता को सर्वोपरी मानने वाले बाबा साहब बौद्ध धर्म के अनुयायी […]
दलितों को प्रोत्साहित करने वाले दलित बिजनेस मैन चंद्रभान प्रसाद
लेखक व उद्यमी देश में दलित विषयों पर बेबाक लेखन व टिप्पणी के लिए चंद्रभान प्रसाद एक जाना पहचाना नाम है। वे हिन्दी, अंग्रेजी अखबारों […]
दलित समाज को क्यों है बुद्ध की जरूरत ? पढ़िए इस लेख में
पूरा देश आज बुद्ध पूर्णिमा के दिन तथागत बुद्ध के विचारों को याद कर रहा है। भारत की धरती बुद्ध की धरती है। यहाँ हर […]