माँ-बच्चे को चारपाई पर घर लाने वाले देश में कौन सा आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं हम ?

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राजस्थान का एक गांव बाढ़ जगसरा जो कि प्रदेश की राजधानी से करीब 70 किलोमीटर दुर स्थित है। जहाँ पर कांग्रेस की गहलोत सरकार के सभी दावों पर आज घूटनों तक पानी भरा हुआ है। घूटनों तक पानी में 10 से 12 लोग हैं जिनके कंधे पर गर्भवती महिला है। गांव वाले परेशान है कि कहा जाए किधर से जाए। यहाँ तो ना ऐंबुलेंस आ सकती है, ना ही कोई नेता की गाड़ी। हां नेताजी आते जरूर हैं लेकिन सिर्फ चुनावों के समय जनता का हालचाल जानने उनसे बातचीत करने और फिर जीत जाने के बाद बैठ जाते है अपने  उन AC वाले कमरों में। नतीजा भुगतना पड़ता है जनता को उसी जनता को जिनके बल बूते पर नेताजी महंगी लक्जरी गाड़ियों में घुमा करते है।

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कौन सा आज़ादी का अमृत महोत्सव :

जनता अपने आज़ादी के दिनों को याद कर रही है। भारत एक तरफ आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा हें तो दूसरी तरफ राजस्थान के गांव बाढ़ जगसरा की जनता अपने इस अमृत महोत्सव में आजादी को तलाश रही है। जनता को नेताओं या सरकारों से क्या चाहिए ? उन्हें चाहिए बेहतर सड़क, बिजली, पानी और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं। लेकिन सरकारें इन मांगो पर भी सही से अमल नहीं कर पाती है। औऱ यहीं वो समय होता है जब जनता को खुद सरकार के खिलाफ़ खड़ा होना पड़ता है।

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माँ-बच्चे को चारपाई पर लाए घर :

हालिया मामला राजस्थान के निवाई उपखंड के गाँव जगसरा का जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद है। जानकारी के मुताबिक अस्पताल से प्रसव के बाद संजय मीणा अपनी खेलन्ता मीणा और अपने नवजात शिशू को ऐंबुलेंस से लेकर घर लौट रहे थे। लेकिन ऐंबुलेंस ने घर से करीब दो किलोमीटर दूर ही दोनो को उतार दिया।

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कारण ये की रास्ते पर घुटनों पानी है औऱ ऐंबुलेंस इस पानी में नहीं जाएगी। इसके बाद गांव वालें जच्चा-बच्चा को चारपाई के सहारे घर लेकर गए। लेकिन इस बीच संयज मीणा की वीडियो ने सरकारी व्यवस्था की पोल खोलने वाला वीडियो शेयर कर दिया।  वीडियो में ग्रामीण कहते दिख रहे हैं कि विधानसभा चुनावों में विधायक प्रशांत बैरवा ने यहां सड़क बनाने का वादा किया लेकिन बार-बार फरियाद करने के बाद भी आज तक सड़क निर्माण नहीं हुआ है जिसके चलते ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.! तेज़ बारिश और बाढ़ आने के बाद सड़क का हाल नदी जैसा हो गया है।

 

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वोट के लिए झूठे वादे :

बाढ़ जगसरा गांव जो कि राजस्थान के निमाई विधानसभा अंतर्गत आता है जहां वर्तमान विधायक कांग्रेस नेता प्रशांत बैरवा है और उन्होंने यहां 2018 के विधानसभा चुनाव में करीब 43,889 वोटो से भाजपा के उम्मीदवार रामसहाय वर्मा को हराया था। बता दें के पिछले चुनाव में यहां पर भाजपा का कब्जा रहा जिसके बाद यह सीट कांग्रेस के हाथ लगी जिसमें बैरवा ने तकरीबन 105,784 वोटो के साथ जीत दर्ज की थी।

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अब गांव वाले कांग्रेस विधायक प्रशांत बैरवा के दावों की पोल खोल रहे है। गांव वालो ने वीडियो जारी किया जिसमें सरकार व विधायक को बाढ़ की स्थितियों के बारे में वीडियो के माध्यम से जानकारी दी कि हम किस आज़ाद भारत में है जहां आज़ादी के इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी पक्की सड़क नही बन पाई। जिसमें बरसात के दिनों में वाहनों का आवागमन तक नहीं हो पाता है..! बच्चे यहाँ से स्कूल नहीं जा पाते .. गांव वालो का सवाल है कि अगर इस सड़क पर कोई दुर्घटना होती है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा ?

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