‘सिर्फ हमें घोड़ी चढ़ने का हक-तुम अपनी हद भूल गये’ कहकर गुजरात के मांसा में घोड़े पर बैठे दलित दूल्हे पर जातिवादियों ने किया हमला, सरेआम मारपीट और धमकाने का वीडियो वायरल

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आरोपी ने वर पक्ष को गालियां देते हुए यह भी कहा, ‘तुम अपनी हद में रहो। तुम घोड़ी पर नहीं चढ़ सकते। क्या तुम गांव की परंपरा नहीं जानते? घोड़ी पर चढ़ने से पहले तुमको हमसे और केवल ठाकोर से अनुमति लेनी चाह‍िए….

Gujrat news : घोड़ी चढ़ने का दूसरा अर्थ हमारे समाज में शादी ही है, मगर दलित लड़कों का अपनी शादी में घोड़ी चढ़ने का ख्वाब जातिवादियों के कारण कई बार पूरा नहीं हो पाता। देश के अलग अलग हिस्सों से खबरें आती रहती हैं कि दलित दूल्हे के घोड़ी चढ़ने पर जातिवादियों ने नाराज होकर माहौल हिंसक बना दिया। मारपीट के अलावा कई बार मामला बहुत ज्यादा गंभीर हो जाता है, इसीलिए राजस्थान में पिछले दिनों प्रशासन को आदेश दिया गया था कि दलित दूल्हों की बारात सुरक्षित निकालने का दायित्व पुलिस निभाये। अब एक बार फिर दलित दूल्हे से बदसलूकी का मामला सुर्खियों में है। जी हां, गुजरात के गांधीनगर स्थित माणसा में घोड़ी पर बैठे दलित दूल्हे पर एक शख्स ने सरेआम हमला कर दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

जानकारी के मुताबिक दलित दूल्हे के सरेआम जातिवादियों द्वारा गुंडई किये जाने का यह मामला सोमवार 12 फरवरी का है। गुजरात के गांधीनगर ज‍नपद स्थित माणसा तालुका के चनास्मा गांव में दल‍ित समुदाय के एक दूल्‍हे को घोड़ी पर चढ़ने से रोकने और उससे मारपीट के मामला कल से सुर्खियों में है और दलित युवक पर हमले का वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस मामले में अब कलोल पुल‍िस ने इस आरोप‍ियों के ख‍िलाफ आईपीसी और अत्‍याचार अध‍िन‍ियम की अलग-अगल धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह घटना सोमवार 12 फरवरी दोपहर की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

मीडिया में आ रही जानकारी के मुताबिक कलोल पुल‍िस ने आरोप‍ियों की पहचान शैलेश ठाकोर, जयेशकुमार जीवनजी ठाकोर, समीरकुमार दिनेशजी ठाकोर और अश्विन कुमार ठाकोर के बतौर की है और इन सभी के ख‍िलाफ आईपीसी की धारा 323, 341, 506-2 और अत्याचार अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी ठाकोर समुदाय से हैं, जोक‍ि खुद को क्षत्रिय मानते हैं। हालांकि ठोकर समुदाय अन्य पिछड़ा समुदाय कैटेगरी से आता है।

दलित दूल्हे पर हमले के मामले में जो एफआईआर दर्ज की गयी है वह कन्हैयालाल चावड़ा के भतीजे संजय चावड़ा ने दर्ज कराई है, उन्हें के बेटे विकास की शादी थी। एफआईआर में आरोप लगाया गया है, बारात में करीब 100 लोग शाम‍िल थे और वो दुल्हन चांदनी के घर की तरफ जा रही थी। तभी एक आरोपी मोटरसाइकिल से वहां पहुंचा और वह घोड़ी पर बैठे विकास के पास रुका। वहां रुकने के बाद आरोपी कथ‍ित तौर पर दलित दूल्हे विकास का कॉलर पकड़कर नीचे खींचने की कोशिश करने लगा, जो वीडियो में साफ देखा जा सकता है। आरोपी दूल्‍हे विकास को घोड़ी से नीचे खींचते दिख रहा है, जिसके बाद बाराती बीच बचाव करके दूल्हे को छुड़ाते नजर आ रहे हैं।

एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि आरोपी ने वर पक्ष को गालियां देते हुए यह भी कहा, ‘तुम अपनी हद में रहो। तुम घोड़ी पर नहीं चढ़ सकते। क्या तुम गांव की परंपरा नहीं जानते? घोड़ी पर चढ़ने से पहले तुमको हमसे और केवल ठाकोर से अनुमति लेनी चाह‍िए।

एफआईआर के मुताबिक इस दौरान जब बारात में शाम‍िल लोगों ने आरोपी को समझाने का प्रयास क‍िया तो 3 अन्य लोग और आ गए और उन्‍होंने दूल्हे और अन्य लोगों के साथ बदसलूकी और गाली-गलौज शुरू कर दी। आरोप है कि एक आरोपी ने योगेश चावड़ा को कथि‍त तौर पर थप्पड़ भी मारा। आरोप है कि मारपीट और बदसलूकी-गाली-गलौज करने के बाद चारों आरपियों ने घोड़ी के मालिक और डीजे साउंड वाले को भी धमकी देकर बारात से भगा दिया।

एफआईआर दर्ज करवाने वाले संजय चावड़ा का आरोप है कि बारात की चढ़त शुरू होने के साथ ही यह सब हो गया। हम लोगों को बुरी तरह अपमानित किया गया। अचानक हुई इस घटना के बाद हम लोग सदमे में आ गये और हमें दूल्‍हे को दुल्‍हन के घर तक कार में ले जाना पड़ा। हालांकि इस दौरान पुलिस भी पहुंच चुकी थी और उसने अपनी सुरक्षा में इस दलित जोड़े की शादी संपन्न करायी।

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