नशे में धुत्त पुलिसकर्मियों पर दलित महिला के घर में घुसकर भद्दी गालियां देने और कपड़े फाड़ने का आरोप, UP के अमेठी का है मामला

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दलित महिला ने यूपी पुलिस पर आरोप लगाया है कि आधी रात को नशे में धुत इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी उसके घर में घुस गए, महिला और उसकी बेटी के साथ अश्लील हरकत की, उसके कपड़े फाड़े और गाली-गलौज भी की…

Amethi news : यूपी में  एक ऐसी शर्मनाक घटना हुई है, जिसने यूपी पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यूपी के अमेठी जिले में एक अनुसूचित जाति (SC) की महिला ने यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि नशे में धुत इंस्पेक्टर और कई पुलिसकर्मियों ने आधी रात उसके घर में घुसकर महिला और उसकी बेटी के संग अश्लील हरकत की है, जबकि इस मामले मे  यूपी पुलिस ने महिला पर आरोप लगाया है आखिर क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं….

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नशे में धुत इंस्पेक्टर और पुलिसकर्मियों ने की अश्लील हरकत :

मामला यूपी के जिले अमेठी का है जहां पर अनुसूचित जाति (SC) की महिला ने यूपी की पुलिस पर आरोप लगाया है कि आधी रात को नशे में धुत इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी उसके घर में घुस गए। महिला और उसकी बेटी के साथ अश्लील हरकत की। जब महिला ने इसका विरोध किया तो पुलिसकर्मियों ने महिला का मोबाइल छीन लिया और इस दौरान महिला के घर में इंस्पेक्टर की टोपी छूट गईं। पीड़िता ने टोपी को सबूत को तौर पर पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। अब इस पूर् मामले की जांच सीओ गौरीगंज को सौंपी है।

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पीड़िता का बयान :

दरअसल पीड़िता जामो थाना इलाके की रहने वाली हैं। पीड़िता ने एसपी को लिखित में पूरा घटनाक्रम बताया है। पीड़िता ने बताया कि रविवार के दिन 3 मार्च की रात को शराब के नशे में दरोगा विवेक सिंह, सिपाही नवनीत सिंह सहित कई पुलिस वाले उसके घर में घुस गए और इसके बाद उसके कपड़े फाड़कर इज्जत लूटने की कोशिश करने लगे। शोर मचाने पर घर में मौजूद बेटी बचाने के लिए आगे आई. जिसके बाद मेरे साथ पुलिस कर्मियों ने मारपीट भी की और बेटी का मोबाइल छीन लिए। घटना के समय घर में कोई पुरुष सदस्य नहीं थे लेकिन तभी पड़ोस के लोगों के आने से वो लोग भाग खड़े हुए। इस घटना के दौरान आरोपी दरोगा अपनी टोपी भूल गया. पीड़िता ने कहा कि आगर न्याय नहीं मिला तो जान दे दूंगी।

निर्माणाधीन दीवार, इमेज क्रेडिट दैनिक भास्कर

पुलिस का बयान :

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में पुलिस का ऐसा कहना है कि  3 मार्च की रात उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ लोगों द्वारा निर्माणाधीन दीवार को गिराया जा रहा है और जब मौके पर पुलिस वहां पर पहुंची तो स्थानीय  महिलाओं ने उनके साथ अभद्रता करने लगीं। पुलिस ने महिलाओं से कहा कि आप थाने जाकर मुकदमा लिखवाओं लेकिन महिलाओं ने उनकी एक न सुनी। इसी बीच पुलिसकर्मी की टोपी मौके पर गिर गई। हालांकि महिलाओं की अभद्रता का एक वीडियों सोशल मीडिया पर भी वायरल  हो रहा है। अगले दिन उसी कैप को लेकर एक महिला थाने पहुंच गईं और आरोप लगाया कि जब उसके घर में कोई आदमी मौजूद नहीं था तबआधी रात को नशे में धुत इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी उसके घर में घुस गए। उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास करने लगे और मोबाइल लूटकर फरार हो गए। ऐसा भी कहा जा रहा है कि आरोप लगाने वाली महिला का एक फोटो भी वायरल हो रहा है जिसमें महिला के हाथ में पुलिस की एक टोपी है और उसके कपड़े अस्त व्यस्त है।

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पुलिस अधीक्षक का बयान :

पुलिस अधीक्षक अमेठी अनूप सिंह ने बताया कि जनसुनवाई के समय एक महिला पेश हुई थी. जिसका आरोप था कि कुछ पुलिसकर्मियों की ओर से उसके साथ बदतमीजी की गई थी। संबंधित सीओ को जांच दे दी गई है और जांच के बाद जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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