अठावले कहते हैं, सच बात यह है कि मोदी सरकार में संविधान को किसी प्रकार का खतरा नहीं है। राहुल गांधी मोदी सरकार के दोबारा आने पर संविधान बदलने के दावे करके लगातार झूठ फैलाने का काम कर रहे हैं…
Election 2024 and Indian constitution : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तीन चरणों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं और चौथे चरण की वोटिंग से पहले सभी पार्टियां जोर-शोर से चुनावी समर में है। इस बीच भाजपा के 400 पार के दावे पर कई भाजपा नेताओं द्वारा संविधान में संशोधन करने की बातें कही जाती हैं और इससे संबंधित तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। विपक्षी पार्टियों द्वारा इस मामले में भाजपा को घेरते हुए कहा है कि अगर वाकई मोदी इस बार सत्ता में आये तो संविधान को बदल देंगे जिससे दलितों-दमितों-वंचितों-गरीबों के अधिकारों का हनन होगा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी संविधान में बदलाव पर लगातार बात कर रहे हैं।
इसी के मद्देनजर संविधान मामले में केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत कर दी है। रामदास अठावले ने चुनाव जीतने पर भाजपा के संविधान बदलने को लेकर राहुल के दावे पर आपत्ति जताते हुए कहा है, ‘राहुल गांधी ने बार-बार दावा किया है कि अगर भाजपा दोबारा सत्ता में आई तो वह संविधान बदल देगी। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार इन आरोपों का खंडन किया है। राहुल को बार-बार ऐसा दावा करने से रोका जाना चाहिए और उनके खिलाफ कुछ कार्रवाई होनी चाहिए।’
कल बुधवार 8 मई को मीडिया से बातचीत में रामदास अठावले ने कहा राहुल गांधी को भाजपा के दोबारा सत्ता में आने पर संविधान बदलने का दावा करने से रोका जाना बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे जनता में गलत संदेश जायेगा। अठावले कहते हैं, सच बात यह है कि मोदी सरकार में संविधान को किसी प्रकार का खतरा नहीं है। राहुल गांधी मोदी सरकार के दोबारा आने पर संविधान बदलने के दावे करके लगातार झूठ फैलाने का काम कर रहे हैं।
आरपीआई (आ.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास अठावले ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित इंडिया गठबंधन के नेतागण जनसभाओं में बयानों के द्वारा देश के संविधान पर खतरा बता रहे हैं। विपक्षी दलों के द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जनता के बीच में यह दुष्प्रचार फैलाया जा रहा है कि बीजेपी चुनाव में 400 सीटें इसीलिए जीतना चाहती है, कि वो संविधान को बदल सके, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी स्वत: अपनी कई जनसभाओं में संविधान बदलने के मिथ्यारोपों का खंडन कर चुके हैं।
रामदास आठवले ने कहा कि वास्तविकता में इंडिया गठबंधन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर मिथ्यारोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल कर केवल अपने राजनीतिक हित साध रही है, जबकि वास्तविकता में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के संविधान को भारत सरकार के धर्मग्रंथ जैसा सम्मान देकर उनके विचारों व आदर्शों को धरातल पर सार्थक रूप से पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले राहुल गांधी ने बीजेपी पर जोरदार हमला करते हुए मध्य प्रदेश में रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट के तहत अलीराजपुर जिले के जोबट में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा “भाजपा नेताओं ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वे संविधान बदल देंगे। ‘अबकी बार, 400 पार’ का नारा दिया है। 400 तो छोड़िए, उन्हें 150 सीटें भी नहीं मिलेंगी।’
राहुल ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था, ‘ये लोकसभा चुनाव संविधान को बचाने के लिए हैं, जिसे बीजेपी और आरएसएस खत्म करना, बदलना और फेंकना चाहते हैं। कांग्रेस और विपक्षी इंडिया गठबंधन संविधान की रक्षा कर रहे हैं। संविधान से आदिवासियों, दलितों और ओबीसी को लाभ मिल रहा है। संविधान के कारण ही आदिवासियों को जल, जमीन और जंगल पर अधिकार मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों के अधिकार छीनना चाहते हैं। हम इसे रोकना चाहते हैं। बीजेपी नेताओं ने कहा है कि वे आदिवासियों, दलितों और ओबीसी को दिया गया आरक्षण छीन लेंगे।’
राहुल गांधी ने कहा था, “मैं इस मंच से आपको बताना चाहता हूं कि आरक्षण छीनने की बात तो छोड़ दीजिए, हम इसे 50 प्रतिशत से ऊपर बढ़ाने जा रहे हैं। अदालत ने आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत पर सीमित कर दी है। कांग्रेस सरकार आदिवासियों, दलितों और ओबीसी को उनकी जरूरत के मुताबिक आरक्षण देने का काम करेगी। हम आपको आदिवासी कहते हैं, जमीन और जंगल का पहले मालिक आप हैं। वन अधिकार अधिनियम, पेसा आपके अधिकारों की रक्षा के लिए लागू किया गया है। वे उस लाभ को उलटना चाहते हैं जो हमने आप सभी को दिया है।”
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