थाने में उन्होंने मेरे कपड़े उतरवा दिए और इसके बाद मेरी मारपीट की गई। पीड़ित ने बताया कि पिटाई से उसकी तबियत खराब हो गई थी, तो इस पर उसने पानी मांगा तो कपिल ने पास रखे यूरिन को उसे यह कहकर सौंपा कि पानी की जगह इसे पिलो।
RAJASTHAN NEWS : राजस्थान से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल राजस्थान में पुलिस दलित युवक को जबरन उठाकर थाने ले आए और जमकर उसके साथ मारपीट की। यहां तक कि जब पीड़ित ने पानी मांगा तो उसे यूरिन दिया गया। जानते हैं पूरा मामला।
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पानी के नाम पर यूरिन दिया :
पूरा मामला राजस्थान के बहरोड़ का है। जहां पर दलित युवक को पुलिस जबरन पकड़कर थाने ले आई और उसके साथ बेरहमी से मारपीट की इतना ही नहीं जब पीड़ित ने पीने के लिए पानी मांगा तो उसे यूरिन दिया गया। इस मामले में पीड़ित युवक ने एसपी से शिकायत की जिस पर एसपी ने संज्ञान लेकर दोनों संबंधित कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है।
पीड़ित का बयान :
पीड़ित युवक अंकित मावर ने एसपी को दी गई अपनी शिकायत में बताया कि वो 4 अप्रैल को पावर हाउस जा रहा था। रास्ते में डीएसटी ( जिला स्पेशल टीम) के सदस्य संजय धनकड़ और कपिल शर्मा खड़े थे। उन्होंने उसे अपने पास बुलाकर गाड़ी में बैठने को कहा। जब पीड़ित ने कारण पूछा तो उन्होंने थाने में ही कारण बताने की बात कही। थाने में उन्होंने मेरे कपड़े उतरवा दिए और इसके बाद मेरी मारपीट की गई। पीड़ित ने बताया कि पिटाई से उसकी तबियत खराब हो गई थी, तो इस पर उसने पानी मांगा तो कपिल ने पास रखे यूरिन को उसे यह कहकर सौंपा कि पानी की जगह इसे पिलो। हालांकि धमकी के बाद भी उसने यूरिन नहीं पिया, लेकिन उन्होंने थाने में उसे धारा 151 के तहत बंद कर छोड़ दिया. घर आकर उसने परिजनों को घटना के बारे में बताया।
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दोनों सिपाहियों को सस्पेंड किया :
शनिवार को पीड़ित युवक ने कोटपूतली पुलिस अधीक्षक के सामने पेश होकर पूरी घटना के बारे में बताया। इस मामले में कोटपूतली एसपी वंदिता राणा ने मामले में संज्ञान लेते हुए संजय धनकड़ और कपिल शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही इसकी जांच नीमराना एएसपी शालिनी राज को सौंप दी है। दलित युवक अंकित की ओर से एससी आयोग में भी आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।
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पहले भी विवादों में रहे :
जानकारी के मुताबिक सस्पेंड सिपाही संजय और कपिल पिछले कई सालों से बहरोड (नीमराना) थाने में ही नियुक्त थे, जो स्पेशल टीम के सदस्य भी थे. इस बीच वो आए दिन विवादों में रहे हैं. चाहे प्रॉपर्टी में हिस्सा हो या बदमाशों से मिलीभगत लेकिन अधिकारियों के साथ तालमेल के कारण उन पर कोई सख्त कार्रवाई अब तक नहीं देखी गई थी।
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