अखिलेश ने रामपुर से जामा मस्जिद के जिस इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह को दिया टिकट, वह निकले 5 शादियों और तीन तलाक के बड़े आरोपी

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दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम लिखे गये शिकायती पत्र में रूमाना परवीन नाम की महिला ने खुद को मौलाना मोहिबुल्लाह की पत्नी बताते हुए मोहिबुल्लाह और उनके परिवार पर दहेज उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी समेत कई अन्य गंभीर आरोप लगाये थे और बताया था कि वह हैं उनकी चौथी पत्नी….

प्रेमा नेगी की रिपोर्ट

Imam Mohibullah Nadvi of Jama Masjid : लोकसभा चुनावों में अब मात्र कुछ दिन शेष बचे हैं। सभी पार्टियों ने अपनी ज्यादातर सीटों से प्रत्याशी भी घोषित कर दिये हैं। लोकसभा के लिहाज से केंद्र की सत्ता का रास्ता माना जाने वाला यूपी हमेशा की तरह चर्चा में है। यहां भाजपा के योगी आदित्यनाथ पिछली 2 बार से सत्तासीन हैं, तो जाहिर है भाजपा के पक्ष में हवा है, मगर भाजपा के पक्ष में माहौल के लिए इंडिया गठबंधन भी कम जिम्मेदार नहीं है।

बात करें चर्चित सीटों में से एक आजम खान के गढ़ रामपुर की तो, यहां से अखिलेश यादव ने सपा से एक ऐसे चेहरे को टिकट दिया है जिसे क्षेत्रवासी पहचानने से तक इंकार करते हैं, मगर निजी ​जिंदगी में भी दिल्ली के इन इमाम साहब के खूब झमेले हैं। जी हां इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी ने रामपुर से मौलाना मोह‍िबुल्‍लाह नदवी जोकि मूलरूप से यूपी के रामपुर के रहने वाले हैं और पिछले 15 साल से दिल्‍ली की पार्लियामेंट स्ट्रीट मस्जिद में इमाम हैं, उन्हें टिकट दिया है। यह सीट आजम खान की गढ़ जरूर रही है, मगर यहां 2022 के उपचुनावों में भाजपा ने सेंध लगा दी थी। जिन घनश्याम लोधी ने 2022 का उपचुनाव जिताया था, उन्हीं को इस बार भी भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है।

400 पार का दावा कर रही मोदी सरकार जाहिर तौर पर हर जगह से उस चेहरे को प्राथमिकता दे रही है, जो उसके लिए जिताऊ साबित हो, इसके उलट गठबंधन अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मारने का काम कर रहा है। गठबंधन प्रत्याशी मोहिबुल्लाह नदवी पर 2015 उनके पूर्व पत्नी ने गंभीर आरोप लगाते हुए न सिर्फ अपनी जान को खतरा बताया था, बल्कि कई और भी बड़े खुलासे किये थे। भारत के प्रधानमंत्री समेत तमाम गणमान्य लोगों को भेजे गये उस पत्र की एक कॉपी दलित टाइम्स के पास मौजूद है। जाहिर तौर पर पूर्व पत्नी द्वारा लगाये गये गंभीर आरोपों का फायदा भाजपा प्रत्याशी को पूरी तरह मिलेगा और ग्राउंड जीरो पर जैसा कि वोटर कह भी रहे हैं कि भाजपा के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं है, यह बात सच भी साबित हो जायेगी।

आइये पढ़ते हैं पूर्व पत्नी ने मोहिबुल्लाह पर क्या लगाये थे आरोप

04 जून 2015 को दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम लिखे गये शिकायती पत्र में रूमाना परवीन नाम की महिला ने खुद को मौलाना मोहिबुल्लाह की पत्नी बताते हुए मोहिबुल्लाह और उनके परिवार पर दहेज उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी समेत कई अन्य गंभीर आरोप लगाये थे।

रूमाना लिखती हैं, ‘प्रार्थनी आपको अवगत कराना चाहती है उसका विवाह 23 अक्टूबर 2012 मोहिब उल्लाह पुत्र मोहम्मद अली, निवासी जामा मस्जिद पार्लियामेण्ट स्ट्रीट 5 रेडक्रॉस (पूर्व राष्ट्रपति स्व फाखरूददीन अली अहमद का मजार)रोड नई दिल्ली, मूल निवासी गाँव रजा नगर, तहसील स्वार, जिला रामपुर, उत्तर प्रदेश के साथ मुस्लिम रीति-रिवाज के साथ हुआ था। विवाह से पहले मोहिव उल्लाह एवं उसके माता पिता ने बताया था कि उसका पूर्व में एक और विवाह आफीया खातून निवासी मुरादाबाद के साथ हुआ था। आफीया खातून ने 2004 में एक पुत्री मरियम को जन्म दिया था। जन्म के कुछ वर्ष बाद आफीया खातून कैंसर से पीड़ित हो गयी। आफीया खातून ने बीमारी के दौरान वर्ष 2006 में दूसरी पुत्री जुवैरिया को जन्म दिया। पुत्री के जन्म के एक वर्ष के बाद 2007 में आफीया खातून का निधन हो गया। प्रार्थनी के विवाह के बाद दो माह तक सब ठीक रहा। उसके वाद मेरे देवर सलीम ने वताया कि मोहीव उल्लाह ने आफीया खातून के निधन के बाद एक और विवाह करा था। विवाह के दो माह बाद उससे दहेज की मांग करी गई। मांग पूरी न होने पर मारपीट कर घर से निकाल दिया और दो माह के बाद तलाक दे दिया। उसके कुछ समय बाद पुनः तीसरा विवाह नजिफा मुमताज पुत्री मुमताज निवासी रामपुर से किया। इससे विवाह के वाद मारपीट की गयी और दहेज की मांग की गयी। मांग पूरी न होने पर बीमारी एवं चरित्रहीन होने का आरोप लगाकर इसे भी तलाक दे दिया।

अपने पत्र में रूमाना परवीन आगे लिखती हैं, अपने देवर सलीम से यह बात जानकर मुझे यह यकीन नहीं हुआ। मैरे पिता ने ये सोचकर मेरा विवाह मोहिव उल्लाह से करा था कि वो धार्मिक प्रवृत्ति का नेक इंसान है। जब मैंने यह वाब अपने पति मोहिव उल्लाह में पूछी तो पहले तो मना करते रहे। जब मैंने खुदा का वास्ता दिया तो बोले ज्यादा मत बोल, तेरा भी यही हाल कर दूंगा। यह सुनकर मैं कांप गयी और मैंने माफी मांगी। इस बात के कुछ दिन के बाद वह बात-बात पर मुझसे झगड़ने लगे और रोज-रोज मारपीट करने लगे। विरोध करने पर अपशब्द कहने लगे और दो लाख रुपये मांगकर लाने को कहने लगे। जब मैंने यह बात अपने सास शफीकन एवं ससुर मोहम्मद अली को रामपुर फोन करके बतायी तो तो वो कहने लगे जा अपने बाप से दो लाख रुपये लेकर आ। मैंने उनसे कहा कि मेरे पिता की आर्थिक स्थित ठीक नहीं है। ये बात सुनकर मेरे देवर सलीम और मेरे पति ने मेरे साथ मारपीट कर मुझे घर से निकाल दिया और मैं अपने पिता के घर आ गयी। इसके 5 महीने बाद 24 अगस्त 2013 को मैंने एक पुत्र अमीन को आपरेशन से जन्म दिया, जिसका सारा खर्चा मेरे पिता ने उठाया।

रूमाना परवीन आगे लिखती हैं, पुत्र के पैदा होने की सूचना मेरे पिता द्वारा देने पर पति और सास मुझे लेने आये। पति और सास द्वारा ये आश्वासन देने पर कि भविष्य में शिकायत का मौका नहीं देंगे, मुझे अपने साथ ले गये। उसके कुछ समय बाद बात—बात पर बेटा छीनकर घर से निकालने की धमकी देते रहे। मैं यह सब सुनकर अपने पुत्र के भविष्य क खातिर सहन करती रही, जिसके कारण ये लोग जुल्म करते रहे। मेरे देवर सलीम एवं उसकी पत्नी शबाना ने जबर्दस्ती मुझसे सादे कागज पर हस्ताक्षर और अंगूठे के निशान लिये। मुझे शक है वो मेरी हत्या करके उस कागज का प्रयोग सुसाइड नोट लिखने में करेंगे।

बकौल रूमाना परवीन, जब मैंने सादे कागज पर हस्ताक्षर करने और अंगूठा लगाने का विरोध किया तो मेरे देवर सलीम ने चरित्रहीन होने का आरोप लगा मार-पीटकर कई दिन तक भूखा-प्यासा कमरे में बंद रखा। जैसे ह मौका लगा मैं 19 अप्रैल 2015 को छिपकर अपने पुत्र अमीन को लेकर निजामुददीन रेलवे स्टेशन से चलने वाली श्रीधाम एक्सप्रेस से आगरा आ गयी। यहां आकर अपने माता—पिता को आपबीती बतायी। जब मेरे पिता ने मेरे पति एवं ससुर से सम्पर्क किया तो इन लोगों ने गाली-गलौज की। यह कहते हुए कि हम लोगों के मंत्री एवं उच्च अधिकारियों में निजी संबंध हैं इसलिए कार्रवाई पर जान से मारने की धमकी भी दी।

अपने पत्र में रूबाना ने अपील करते हुए मुख्यमंत्री दिल्ली से निवेदन करते हुए कहा है, ‘आपसे मेरा विनम निवेदन है कि मेरे एवं मेरे परिवार की जान माल की रक्षा करते हुऐ उपरोक्त लोगों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने की कृपा करें। मैं जीवनभर आपकी आभारी रहूंगी।

तब यह पत्र रूमाना परवीन ने मुख्यमंत्री दिल्ली के अलावा माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार, माननीय गृहमंत्री भारत सरकार, महामहीम राज्यपाल उत्तर प्रदेश, महामहीन उपराज्यपाल दिल्ली, माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, अध्यक्ष राष्ट्रीय महिला आयोग, अध्यक्ष राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, दिल्ली पुलिस कमिश्नर, दिल्ली पुलिस कमिश्नर महिला शाखा, उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग, उत्तर प्रदेश महिला आयोग, डीजीपी उत्तर प्रदेश को भी प्रेषित किया था।

फिलहाल रूमाना परवीन के आरोपों से ऐसा लगता है कि सपा प्रत्याशी मौलाना मोहिबुल्लाह ने अब तक कुल 5 शादियां की हैं। रूमाना परवीन के बाद फिलहाल शपथ पत्र के मुताबिक उनकी पत्नी समरा नाज है। यानी रूमाना के बाद उन्होंने समरा से शादी की होगी। जैसा की रूमाना ने आरोप लगाये हैं, उसके मुताबिक वह उनकी चौथी बीवी थी। आरोप पत्र से यह भी पता चलता है कि उन पर कई मुकदमे भी दर्ज हैं, जिन्हें वह झूठा बताते हैं।

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