मोतिहारी में दलित बस्ती में आग लगने से हड़कंप, लाखों का नुकसान लोगों का रो रोकर बुरा हाल

Share News:

आग में झुलसे भगेलू राम को इलाज कराने दो दिन बाद पटना अस्पताल जाना था,जिसमें अपने इलाज के लिए भगेलू ने मोटी रकम में एक लाख रुपया इकठ्ठा कर पेटी में रखा। जहां आग की कहर से पूरी तरह झुलस गया। घटना के समय बीमार भगेलू अकेले अपने घर पर बिछावन पर सोया था। शोरगुल के बाद पहुंचे परिजनों व ग्रामीणों ने घर से बाहर निकाला। तबतक भगेलू काफी झुलस चुका था। घर के लोगो का रो रोकर बुरा हाल हो गया था। परिजन भगवान को कोस रहे थे।

MOTIHARI NEWS : मोतिहारी से बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। दरअसल मोतिहारी में बुधवार 3 अप्रैल की दोपहर को दलित बस्ती में आग लगने से चारों तरफ हड़कंप मच गया। ऐसा कहा जा रहा है कि इस घटना मे तकरीबन महादलित टोले के 5 दर्जन से अधिक घर जलकर राख हो गए। इस घटना से लोगों का रो रोकर बुरा हाल है। जानते हैं पूरा मामला।

यह भी पढ़ें :बिजनौर में दलित महिला के गैंगरेप का मुख्य आरोपी पुलिसकर्मी गिरफ्तार, अन्य आरोपी अब तक फरार

क्या है पूरी घटना ?

दरअसल ये पूरा मामला मोतिहारी के मलाही थाना क्षेत्र के चटिया बड़हरवा पंचायत के दियर का है। बताया जा रहा है कि दोपहर बस्ती के लोग दियारा में मवेशी का चारा काटने व मजदूरी करने गए थे। इसी दौरान अचानक आग लग गई। शोरगुल पर पीड़ित पहुंचते। तबतक सबकुछ जलकर राख हो गया था। आग लगने से महादलित टोले के 5 दर्जन से अधिक घर जलकर राख हो गए। वही आग में झुलसने से दो व्यक्ति भी जख्मी हो गए। जिसका इलाज स्थानीय अस्पताल में कराया गया। आग की लपटें इतनी तेज थी कि 5 अग्निशामक के गाड़ी से आग पर काबू पाया गया। दिन में हुए अग्निपीड़ित परिवार छोटे छोटे बच्चों को लेकर भूखे पेट अंधेरे में खुले आसमान के नीचे बिताने को मजबूर है।

यह भी पढ़ें :9 घंटे तक दिल्ली के तीन बड़े अस्पतालों के चक्कर काटती रही उत्तराखंड की सपना, किसी ने नहीं किया एडमिट-कैंसर रोगी की चली गयी जान

महादलित परिवार अंधेरे में :

चटिया बड़हरवा पंचायत के मुखिया के अनुसार बिजली का तार जल जाने के कारण पूरा महादलित परिवार अंधेरे में है। वही प्रशासन द्वारा सिर्फ अग्निपीड़ित के बीच केवल पॉलीथिन वितरण कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली है। इस घटना के पीड़ित खुले आसमान के नीचे अंधेरे में भूखे पेट रहने को दर्जनों अग्निपीड़ित परिवार मजबूर है।

यह भी पढ़ें :‘देशसेवा का बहाना बनाना करो बंद’ बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार

बस्ती में सबकुछ जलकर राख :

यह घटना बुधवार दोपहर 3 अप्रैल को हुई इस घटना में लगभग सात दर्जन आवासीय व गैर आवासीय घर जलकर राख हो गए। बस्ती के एक तरफ से अचानक आग लगी,जहां पछुआ हवा के कहर से देखते ही देखते पूरी बस्ती राख हो गई। घटना की सूचना पर अरेराज से पहुंची तीन अग्निशमन गाडियां कम पड़ गई। अग्नि का विकराल रूप देखते हुए मोतिहारी जिला मुख्यालय से दो अन्य अग्निशमन गाडियां बुलानी पड़ी। हालांकि अग्निशमन गाडियां, पुलिस बल व ग्रामीणों के प्रयास के बाद भी बस्ती में सबकुछ जलकर राख हो गया था।

यह भी पढ़ें :Dalit Times Impact : चंद्रशेखर आजाद ने सुनी गैंगरेप के बाद मौत मामले में मां की मार्मिक पुकार, कहा बहन को न्याय​ दिलवाकर रहेंगे

लाखों का नुकसान :

घटना में दो व्यक्ति व एक गाय झुलस गए। वही दर्जनों बकरियां, मुर्गियां, एक बाइक, दर्जनों साईकिल, लगभग दो लाख नगद सहित लगभग पचास लाख की क्षति हो गई। झुलसे दोनो व्यक्तियों को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। पीड़ितों में जनई राम, कैलाश राम, राजदेव राम, उमेश राम, टुनटुन राम, मुख्तार राम, सलीम मियां, मुस्लिम मियां, नूरदिन मियां, प्रभु राम सहित अन्य पीड़ितों के घर में रखा कपड़ा,अनाज,बर्तन,आभूषण, कागज़ात,व भगेलू राम,जनई राम व बुटन राम सहित अन्य का लगभग दो लाख नगद सहित अन्य लगभग पचास हजार सहित अन्य सामान जलकर राख हो गया।

यह भी पढ़ें :5 सालों में 13 हजार से भी ज्यादा दलित-आदिवासी-पिछड़े छात्रों ने छोड़ी IIT-IIM की पढ़ाई, जातीय भेदभाव के अलावा और भी कारण जिम्मेदार

पीड़ित के परिजन राख से अपना सामान टटोल रहे हैं :

घटना की सूचना पर सीओ, बीडीओ अमित कुमार पांडेय ने पहुंचकर घटना का जायजा लेते हुए तत्काल प्लास्टिक सीट का वितरण कराते हुए अन्य आवश्यक सहायता देने का आश्वासन दिया। वही एसआई विनोद कुमार ने दल बल के साथ मौके पर पहुंच पीड़ितों की काफी सहायता की। आग बुझाने में जुटे ग्रामीणों व पीड़ित के परिजन राख से अपना अपना सामान टटोल रहे थे। मुखिया चांदसी यादव पीड़ितों की सहायता में जुटे थे। वही पीड़ित के परिजन,महिलाओ व बच्चो का रो रोकर बुरा हाल हो गया था।सीओ सिंह ने बताया कि घटना का रिपोर्ट जिला को भेज दी गई है। राशि आवंटित होते ही पीड़ितों को दी जायेगी।

*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *

महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।

  Donate

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *