उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक असिस्टेंट प्रोफ़ेसर ने छात्र की पैंट उतरवा दी और इस घटना से आहत पीड़ित छात्र ने वीडियों बना डाली और कहा कि वह आत्महत्या कर लेगा। इस घटना से विश्वविद्यालय में बवाल मच गया।
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आत्महत्या कर लूंगा:
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 29 जनवरी सोमवार के दिन असिस्टेंट प्रोफ़ेसर ने छात्र की पैंट उतरवा दी इस घटना से दुखी छात्र रोते हुए ऑफिस से बाहर आया। घर जाकर वीडियो बनाकर कॉलेज के वॉट्सएप ग्रुप में डाल दिया। और वीडियों में उसने कहा कि वह इस घचना से “मैं बहुत आहत हूं, मेरे साथ अक्सर अश्लीलता और बदतमीजी की जाती है। मैं इससे तंग आ गया हूं। मैं सुसाइड कर लूंगा”।
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नारेबाजी की गई :
वीडियों के वायरल होते ही विश्वविद्यालय में बवाल मच गया और छात्रों का ग्रुप इकट्ठा होकर छात्रसंघ भवन के सामने धरना देकर नारेबाजी करने लगे। घटना के बारे में पता लगते ही मौके पर पुलिस पहुंची और छात्रों को समझाने का प्रयास करने लगी। लेकिन छात्रों ने कहा कि यहां हमेशा इसी तरह से नए छात्रों को परेशान किया जाता है।
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अखिलेश ने सरकार पर निशाना साधा:
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की इस घटना से राजनीति भी गर्म होने लगी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकार पर बरस रहे हैं और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आक्रोश व्यक्त करते हुए X पर लिखा- “छात्रों के बीच पनपते आक्रोश को निष्पक्ष जांच करा कर शांत करने की ज़िम्मेदारी से सरकार भाग नहीं सकती है”।
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वीडियो में पीड़ित छात्र ने क्या कहा?
पीड़ित छात्र ने 43 सेकेंड के वीडियों में रोते हुए आरोप लगाया है कि मुझे प्रॉक्टर और एक असिस्टेंट प्रोफेसर ने प्राक्टोरियल ऑफिस बुलाया। वहां बिना किसी बात के मेरे साथ मारपीट की। वह मेरे साथ बदतमीजी करते और अश्लीलता करते हैं। मुझे गलत तरीके से छूते हैं। साथ ही मां-बहन की गालियां देते हैं। मैंने इनके खिलाफ एंटी रैगिंग का मामला भी दर्ज कराया था कि यह मेरे साथ कुछ भी कर सकते हैं,। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मैं बहुत आहत हूं, मैं आत्महत्या कर सकता हूं। छात्र नेता ने सत्यम कुशवाहा बताया कि यह वीडियो वॉट्सएप ग्रुपों में वायरल होने पर छात्र संगठन के लोग पहुंचने लगे।
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मारपीट और अश्लीलता की गई:
छात्र नेता जितेंद्र कुमार धनराज का कहना है कि वह पीछे नहीं हटेंगे। अगर यह अपराध किसी छात्र ने किया होता तो अब तक एफआईआर दर्ज हो जाती है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जानकारी के मुताबिक 10 दिन पहले एसएसएल हॉस्टल के छात्रों ने हॉस्टल के असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट पर 500 रुपये मेंटेनेंस के नाम पर लेने का आरोप लगाया था। छात्रों ने इसका ज्ञापन रजिस्ट्रार को भी सौंपा था। इसी बात को लेकर छात्र को बुलाया गया था। जब छात्र वहां पहुंचा, तो उसके साथ मारा-पीट की गई अश्लीलता की गई। आरोप है कि चीफ प्रॉक्टर राकेश सिंह, डिप्टी प्रॉक्टर विवेक द्विवेद और अतुल नारायण सिंह ने छात्र को बेरहमी से पीटा और कपड़े भी उतरवाए। और यह बात भी सामने आ रही है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में तैनात इंचार्ज विनय सिंह ने भी छात्र को पीटा।
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चीफ प्रॉक्टर का बयान :
चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि चार-पांच दिन पहले छात्र ने अतुल नारायण सिंह को गाली दी थी। उसे हॉस्टल से निलंबित भी कर दिया गया था। नोटिस के लिए उसे सोमवार को प्रॉक्टर ऑफिस बुलाया था, वहां छात्र की असिस्टेंट प्रॉक्टर अतुल नारायण सिंह से बहस हो गई। तत्काल रूप से चौकी इंचार्ज विनय कुमार को बुलाया गया था। उसे वहां से हटाया गया। उसके आने और जाने तक का पूरा सीसीटीवी फुटेज हमारे पास है जो भी छात्र आरोप लगा रहे हैं, वह पूरी तरह से बेबुनियाद है।
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