उत्तरप्रदेश: लखनऊ में शौच के लिए गई लड़की का झाड़ियों में मिला शव.. परिवार वालों ने रेप की जताई आशंका

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यूपी चुनावों के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने चुनावी रैलियों में एक बात कही थी कि यूपी में अपराध दूरबीन से भी नजर नहीं आएगा “, अपराधी या तो सुधार जाएं या UP छोड़ दें ” लोकिन अगर आप सोशल मीडिया यूज़ करते हैं तो आप भली भांती जानते होंगे कि यूपी में अपराध इस हद तक बढ़ गया है कि उसे देखने के लिए दूर बीन तो क्या टेलिस्कॉप भी कम पड़ जाएगा।

 

शौच के लिए गई लड़की की हत्या:

ऐसे ही अपराध का एक नया मामला यूपी की राजधानी लखनऊ के इटौंजा थाना क्षेत्र के गणेशपुर गांव से सामने आया है जहाँ नए साल के पहले दिन घर से बाहर शौच के लिए गई एक लड़की का शव झाड़ियाओं में मिलता है। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद है। मामले पर पुलिस का कहना है कि 1 जनवरी की सुबह लगभग साढे 8 बजे पुलिस को घटना की सूचना मिली। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी एविडेंस कलेक्ट किए। डीसीपी नॉर्थ लखनऊ के मुताबिक लड़की के शव पर मिले निशानों से यह अनुमान लगाया गया है की हत्या गला दबा कर की गई है।

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रेप के बाद हुई हत्या ? 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परिवार ने रेप के बाद हत्या होने की आशंका जताई है। वहीं पुलिस ने रेप की पुष्टि नहीं की है हालांकि रेप हुआ है या नहीं औऱ हत्या की सही वजह क्या है यह पोस्टमार्टम होने के बाद ही बताई जा सकती है। फिलाहल, शव को पोस्टमार्टम के लिए पंचायता भवन भेजा गया है। वहीं हत्या से जुड़ी धाराओं में मामला दर्ज कर लिया लगा है। झाड़ियों में मिले शव की पहचान मूलचंद यादव की 16 साल की बेटी महक यादव के रूप में कि गई है। बताते चले कि 20 दिसंबर को लखनऊ में ही एक बीए की छात्रा नैंसी यादव की इसी तरह हत्या कर दी गई थी। सुबह शौच के लिए घर से निकली नैंसी यादव महक की ही तरह कभी घर वापस नहीं लोटी।

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सीएम योगी आदित्यनाथ इस बात को कहते नहीं थकते हैं कि यूपी अपराध मुक्त हो चुका है। यूपी में अपराधियों के लिए ज़ारो टोलरेंस की नीति अपनाई गई है। वहीं यूपी को खुले में शौच मुक्त करने के लिए यूपी सरकार ने पांच साल पहले ODF य़ानी open defecation free  नीति भी अपनाई गई है। लेकिन ये खोखले वादे औऱ झूठी बातों की पोल तब खुलती हैं जब यूपी में कोई महिला, कोई दलित, कोई गरीब, कोई बेरोज़गार और कोई युवा अपराधियों की सूली पर टंग जाता है।

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सरकार की नीतीयों पर सवाल: 

यूपी सरकार की इस ODF के बारे में जानने के लिए जब हमने गूगल खंगाला तो हमें दैनिक भास्कर की 5 साल पहले की एक रिपोर्ट जो बताती है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद में गांगा किनारे बसे 122 गांवों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया था औऱ 4480 गांवों को शौच मुक्त बनाने की घोषणा की थी।  हालांकि यह घोषणा उन्होंने बीआडी मेडिकल कॉलेज के भीतर चंद लोगो के सामने की थी।

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जिनके लिए योजना बनाई गई थी औऱ जिन्हें वास्तव में इसकी जानकारी मुख्यमंत्री साहब के मुँह से मिलनी चाहिए थी वहीं लोग इस कार्यक्रम से नदारद थे। वहीं साल 2022 के अप्रैल में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम आदित्यनाथ ने यूपी को ODF किए जाने की और उसके रखरखाव के लिए हर महीने यूपी सरकार द्वारा भूगतान किए जाने की घोषणा की थी। लेकिन अभी तक यूपी की राजधानी लखनऊ में ही महिलाओं को खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है।

 

 

 

 

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