भदोही में 34 साल बाद मिला दलित को न्याय, क्या था पूरा मामला पढ़िए..

Share News:

उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में एक दलित व्यक्ति को न्याय मिलने में 34 साल लग गए. जी हाँ उत्तर प्रदेश की विशेष जिला अदालत ने 34 साल पुराने मामले में एक दलित व्यक्ति की भूमि पर कब्ज़ा करने के संबंध में 34 साल बाद सजा सुनाई है. मामले में 6 लोगों को दोषी करार देते हुए बीते गुरुवार सभी आरोपियों को 10-10 साल के कैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही प्रत्येक आरोपी को 17-17 हज़ार रुपये का जुर्माना अदा करने का भी आदेश दिया है।

इसे भी पढ़े: देश को हिंदुराष्ट्र बनाने की बात करने वाले बागेश्वर धाम के भाई क्यों हुए गिरफ्तार ?

मामला सुरयावा थाना के दानपुर पट्टी पश्चिम ज्ञानपुर जिला वाराणसी का है. दरअसल वाराणसी निवासी हीरा लाल हरिजन को सरकार की तरफ से एक बिस्वा भूमि के पट्टे पर कच्चा मकान मिला था। जिस पर भदोही विधायक मूल चंद का पुत्र ब्रिज मोहन कब्जा करना चाहता था. इसके लिए उसने देशी कट्टा और बम से हमला करते हुए कच्चा मकान गिरा दिया और दो मोटरसाइकिल, तीन साईकिल को कुचल कर आग लगा कर जला दिया था।

इसे भी पढ़े : दोषी साबित होते ही शाइस्ता परवीन को पार्टी से किया जाएगा निष्कासित : मायावती

घटना 18 जून 1989 की दोपहर की है। इस मामले में ब्रिज मोहन,जोखन ,शिव शंकर, रमा शंकर, गौरीशंकर, राज कुमार, शिव कुमार, ज्वाला प्रसाद, बिहारी लाल, चिंतामणि, बैजनाथ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया जिसकी कार्रवाई और सुनवाई साल 1990 से मुख्य न्यायिक मैजिस्ट्रेट वाराणसी की अदालत में चली।

इसे भी पढ़े: गिरफ्तारी के तुरंत बाद क्यों मिली शालिग्राम को ज़मानत, पढ़िए इस रिपोर्ट में..?

 

विशेष लोक अभियोजक के मुताबिक भदोही के जिला अपर सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी) असद अहमद हाशमी की अदालत ने वर्तमान में शिव शंकर, रमा शंकर, ,गौरी शंकर, राज कुमार, शिव कुमार, व बैजनाथ को दोषी पाते हुए सभी को 10 -10 साल की सजा सुनाई। इसके साथ ही प्रत्येक दोषी को 17 -17 हज़ार रूपये का जुर्माना भरने का आदेश दिया और जुर्माना अदा नहीं करने पर एक-एक माह का अतिरिक्त साधारण सज़ा भुगतने का आदेश दिया गया है।

*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *

महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।

  Donate

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *