अलवर में मूक-बधिर बच्ची के साथ हुई हैवानियत पर बोले चंद्रशेखर आज़ाद कहा-राजस्थान में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है

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राजस्थान के अलवर में मूक-बधिर बच्ची के साथ हुई हैवानियत को लेकर भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर आज़ाद ने नाबालिग बच्ची के लिए न्याय की मांग की है, उन्होंने राजस्थान की कानून व्यवस्था पर सवाल उठया है और घटना की निंदा करते हुए कहा कि “2 दिन बीत जाने के बाद भी हैवानों का कोई सुराग नही है राजस्थान में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है” घटना को लेकर गुरुवार को भीम आर्मी व आज़ाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और उनको हर संभव मदद का आश्वासन दिया हैं। इस मामले के बाद अब राजस्थान में सियासत गर्म है राजस्थान में बार-बार होने वाली निर्भया गैंगरेप जैसी घटनाओं ने सभी को हिला कर रख दिया है। सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस मामले को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

भीम आर्मी चीफ ने ट्वीट करते हुए कहा कि “राजस्थान के अलवर में एक नाबालिक मूक बधिर बच्ची के साथ रेप के बाद दरिंदगी ह्रदयविदारक है। 2 दिन बीत जाने के बाद भी हैवानों का कोई सुराग नही है; राजस्थान में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है।हमारी मांग है बच्ची का बेहतर इलाज व दरिंदो को तत्काल गिरफ्तार कर कड़ी सजा सुनिश्चित कराए।”

आज़ाद समाज पार्टी के नेता अनिल डेनवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि “अलवर मूकबधिर बहन के साथ गैंगरेप की घटना को लेकर भीम आर्मी व आज़ाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जी ने परिजनों से मुलाकात की और कहा जब तक न्याय नहीं मिल जाता भीम आर्मी परिवार के परिवार को हर संभवतः मदद के लिए परिवार के साथ खड़ी है।”

क्या हैं पूरा मामला

घटना अलवर के मालाखेड़ा थाना इलाके की है जंहा 15 साल की लड़की के साथ रेप और दरिंदगी कर अज्ञात बदमाशों ने नाबालिग के साथ हैवानियत के बाद उसे अलवर शहर की तिजारा पुलिया पर फेक दिया। जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी।मामले की गंभीरता को देखते हुए रात में ही अलवर जिला कलेक्टर ,पुलिस अधीक्षक अतिरिक्त पुलिस तथा जिला कलेक्टर मौके पर पहुंचे और अस्पताल में भी डॉक्टरों से मिलकर संबंधित घटना की जानकारी ली। डाक्टरों ने बताया कि रेप के बाद नाबालिग के प्राइवेट पार्ट्स को किसी धारदार वास्तु से चोट पहुंचाई गई है जिस कारण ब्लडिंग इस कदर हुई डॉक्टर भी हैरान हो गए थे जिसके बाद चिकित्सकों ने पीड़िता को अलवर से जयपुर रेफर किया गया तथा सर्जरी के लिए आईसीयू में भर्ती कराया गया। वहीं दूसरी ओर नाबालिग से हुए गैंगरेप और दरिंदगी की घटना का विरोध शुरू हो गया है।

वरिष्ठ अधिवक्ता नरेंद्र सिंह का कहना है कि बालिका से गैंगरेप की घटना पर सभी वकीलों ने निंदा की है। गुरुवार को अलवर के वकीलों ने संकल्प लिया कि मूकबधिर नाबालिग से दरिंदगी करने वालों की कोई पैरवी नहीं करेगा। तथा उनको कोई लीगल सपोर्ट नहीं करेगा। यह संकल्प पारित किया गया और इसके बाद कलेक्टर को ज्ञापन देकर मांग की गई हे कि बलात्कारियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। पुलिस आरोपियो का 72 घंटे बाद भी पता नहीं लगा सकी है।

मामले की जांच में जुटी पुलिस का कहना है कि मामले में दरिंदों का अभी कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है लेकिन पुलिस लड़की के गांव से लेकर घटनास्थल तक के सभी सीसीटीवी कैमरों से फुटेज की छानबीन कर रही है। घटनास्थल से लेकर इस गांव की दूरी करीब 20 किलोमीटर है और यह घटनास्थल शहर के बादर है। पुलिस घटनास्थल के आसपास जितने भी फोन संचालित थे, उनकी सीडीआर भी जुटा रही है।

पुलिस अधीक्षक तेजश्वनी गौतम ने बताया कि रात करीब 8:00 बजे पुलिस को शिवाजी पार्क थाना पुलिस को सूचना मिली कि तिजारा पुलिया के ऊपर एक लावारिस हालत में बच्ची पड़ी हुई है। कुछ लोग शायद उसे यहां फेंककर गए थे। उन्होंने बताया कि बच्ची की हालत गंभीर है। मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उस बच्ची को तुरंत ही अलवर के सरकारी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों से पूछताछ में पता चला कि बच्ची मानसिक रूप से विक्षिप्त है और बोल नहीं पा रही है। तेजस्विनी ने बताया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट से काफी मात्रा में ब्लडिंग हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस की प्राथमिकता लड़की का स्वास्थ्य है और हम जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेंगे।

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