पाकिस्तान में हिंदू दलित महिला कृष्णा कुमारी ने लहराया परचम, अपने समुदाय की पहली ग्रेजुएट महिला बनकर रचा इतिहास

कृष्णा कुमारी ने ज़ोर जबरदस्ती से धर्म बदलवाने के जुर्म करार देने के कानून पर भी काम किया। लेकिन सीनेट में धार्मिक गुरुओं की कट्टरता […]

3 दशक बाद जेएनयू को मिला दलित छात्रसंघ अध्यक्ष, जानिये बिहार के लाल धनंजय के बारे में सबकुछ

“आज इस देश के संविधान को बचाने की बहुत बड़ी जरूरत है. हम देखते हैं कि इस देश का छात्र अपने मूलभूत पढ़ाई के लिए […]

देश के पहले दलित क्रिकेटर पलवंकर बालू पर अभिनेता अजय देवगन बनाएंगे फ़िल्म

पहले दलित क्रिकेटर पलवंकर बालू के बारे में कहा जाता है कि मैदान के बाहर भी उनके खाने पीने के बर्तन भी अलग रखे होते […]

पिछड़े वर्ग की वीरांगना अवंतीबाई लोधी, जिन्होंने अपनी वीरता और साहस से अंग्रेजी हुकूमत को चटा दी थी धूल

हमारे भारतीय इतिहास में ऐसी कईं वीरांगनाएं हुईं हैं जिन्होंने अपनी वीरता से ब्रिटिश शासन को धूल चटवा दी। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में इन वीरांगनाओं […]

महाड़ सत्याग्रह दिवस विशेष : बाबा साहेब के कारण अछूतों-दलितों को मिल पाया था पानी पीने का अधिकार

महाड़ के ‘चवदार तालाब’ आन्दोलन का महत्त्व इसलिये भी अधिक है, क्योंकि भारत के इतिहास में दलितों ने पहली बार किसी दलित समाज के नेतृत्व […]

दलित फिल्म अभिनेता धनुष जो अपनी दमदार एक्टिंग से उठा रहे पीड़ितों-दमितों-दलितों-वंचितों की आवाज

अगर जमीन होगी, तो कोई भी छीन लेगा. पैसा होगा, कोई भी लूट लेगा.. लेकिन अगर पढ़ा-लिखा होगा, तो कोई भी तुझसे कुछ नहीं छीन […]

दलितों के नायक मान्यवर कांशीराम ने बहुजनों को मनी, माफिया और मीडिया से सावधान रहने का किया था आह्वान

15 मार्च को महान राजनेता, बहुजन उत्थान के महानायक, सामाजिक परिवर्तन के अग्रदूत मान्यवर कांशीराम साहेब की जयंती पर उन्हें याद कर रही हैं दीपशिखा […]

जानिये कांशीराम के उन 10 क्रांतिकारी विचारों के बारे में जिन्होंने भारत की दलित राजनीति को ला दिया शीर्ष पर

कांशीराम का मानना था कि जब तक हम राजनीति में सफल नहीं होंगे और हमारे हाथों में शक्ति नहीं होगी, तब तक सामाजिक और आर्थिक […]

कौन हैं दलित हीरो आरएस प्रवीण कुमार, जिन्होंने IPS की नौकरी छोड़ी-खोले 300 से ज्यादा शिक्षण संस्थान और आज हैं बहिनजी के साथ

साल 2021 में प्रवीण कुमार ने पुलिस विभाग की नौकरी छोड़ दी और उन्होंने राजनीति की दुनिया में कदम रखा जब “बहुजन समाज पार्टी” (BSP) […]

भारत की पहली महिला शिक्षिका और नारी मुक्ति आंदोलन की नायिका माता सावित्रीबाई फुले, जीवन के अंतिम पल तक करती रहीं इंसानियत के लिए संघर्ष

वर्ष 1897 में पूणे शहर में प्लेग की महामारी फैल गयी। जब अधिकांश लोग शहर छोड़कर भाग गये सावित्रीबाई और उनके पुत्र वहीं रहकर बीमार […]