यूपी के कौशाम्बी जिले में एक ही दलित परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या से पूरे उत्तरप्रदेश में सनसनी फैल गई है। मामला शुक्रवार सुबह का है जब संदीपन घाट थाना क्षेत्र के दलित मकान मे तीन लोगों की लाशे खून से तथपथ मिली। तीनों की गोली मारकर हत्या की गई है। घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है। सोशल मीडिया पर घटना की वीडियो वायरल है।
यह भी पढ़े : राष्ट्रीय राजनीति में तीसरे विकल्प के तौर पर बहुजन समाज पार्टी
ग्रमिणों और परिवार का आरोप है कि आरोपियों ने ज़मीनी विवाद में दलित परिवार के तीन लोग, बुजुर्ग पिता होरीलाल उनकी बेटी बृजकली और दामाद शिवसागर की गोली मारकर हत्या कर दी। बहरहाल इलाके में भारी संख्या में पुलिस तैनात है।
यह भी पढ़े : सामाजिक न्याय के लिए जातीय जनगणना ज़रूरी : योगेंद्र यादव
आरोपी हुए गिरफ्तार ?
वहीं ADG प्रयागराज भानु भास्कर ने जनकारी देते हुए बताया की घटना की प्रारम्भिक जाँच मे ज़मीनी विवाद से जुड़ा हुआ मामला सामने आ रहा है ।परिजनों ने 8 आरोपियों पर संदेह ज़ाहिर किया है। मुख्य आरोपी अमर सिंह और अमित सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा 6 अन्य की तलाश के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई हैं। इनमें गुड्डू यादव, अरविंद सिंह, अरविंद सिंह, राजेंद्र सिंह, सुजीत सिंह, अजीत शामिल हैं। पीड़ित पक्ष का कहना है कि जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा, वो शवों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगें। हालांकि दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है।
https://x.com/DalitTime/status/1702551852741706153?s=20
यह भी पढ़े : मध्यप्रदेश : ज़मीन पर कब्जे से रोका तो दलित कोटवार के साथ मारपीट, बेहोश हुआ तो मुंह पर किया पेशाब
जमीन को लेकर था विवाद :
मृतकों की शिनाख्त होरीलाल (62), उनकी बेटी बृजकली (22) और दामाद शिवसागर (26) के तौर पर हुई है। जानकारी के मुताबिक संदीपन घाट के पंडा चौराहा पर होरीलाल की जमीन का पट्टा था और इसी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसलिए होरीलाल ने उसी ज़मीन पर एक झोपड़ी बनाई औऱ उसमे रहने लगा। दामाद और बेटी भी झोपड़ी में साथ ही रहते थे। शिवसागर ने पास में ही किराए की दुकान लेकर सहज जनसेवा केंद्र खोल रखा था।
यह भी पढ़े : तमिलनाडु : अगर दलित के हाथ से बना खाया तो हमें गांव से बाहर निकाल दिया जाएगा
होरीलाल का इसी झोपड़ी से 100 मीटर की दूरी पर घर है। वहां उनकी पत्नी और दो नाती रहते हैं। गुरुवार देर शाम होरीलाल, बेटी-दामाद के साथ झोपड़ी में आ गए। तीनों चारपाई बिछाकर झोपड़ी के बाहर सो गए। सुबह जब आस-पास के लोग जगे, तो उन्होंने तीनों की चारपाई में खून से लथपथ लाश देखी।
यह भी पढ़े : तमिलनाडु, तेलंगाना और महाराष्ट्र में दलितों और आदिवासियों के खिलाफ हिंसा के बढ़ते मामले सरकारी वादो की पोल खोल रहे है
गोली मारी गई :
शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस का कहना है कि तीनों को सोते वक्त ही गोली मारी गई है। उनको उठने तक का मौका नहीं दिया गया। होरीलाल के सिर पर, जबकि बेटी के गले और दामाद के सीने में गोली मारी गई है। अहम बात यह है कि 3 बुलेट फायर हुई, लेकिन इसके बाद भी किसी को हत्या का पता नहीं चला।
यह भी पढ़े : जातिवाद की भेंट चढ़ी एम. के. स्टलिन की मुफ्त नाश्ता योजना, दलित के हाथ का खाने से बच्चो ने किया इंकार
सांसद ने दलित परिवार को जमीन दिलाने का दिया था आश्वासन :
पड़ोसियों और रिश्तेदार ने बताया कि 54 बीघा सरकारी जमीन पर गांव के कुछ लोगों का कब्जा है। उसी जमीन में एक बीघे पर होरीलाल का भी कब्जा था। वहीं, होरीलाल के पड़ोसी भी इसी जमीन पर अपना कब्जा बता रहे थे। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा था। गुरुवार को होरीलाल ने इस मामले में क्षेत्रीय सांसद विनोद सोनकर से मुलाकात की थी। सांसद ने होरीलाल को कब्जा दिलवाने का आश्वासन भी दिया था। इसी बात को लेकर पड़ोसी से गुरुवार शाम को विवाद भी हुआ था। इसके बाद रात में यह वारदात हो गई। होरीलाल के पड़ोस में रहने वाले गुड्डू यादव, अरविंद सिंह, अरविंद सिंह, राजेंद्र सिंह, सुजीत सिंह, अजीत मौके से फरार हैं।
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।