“राजस्थान में दलित परिवार क्यों धरना करने को है मजबूर”

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राजस्थान के जालौर में हाल ही में दलित परिवारों के साथ बदसलूखी करने व जमीन हड़पकर उनके साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है।

मीडिया सोर्स के माध्यम से पता चला है कि, जालौर में दलित परिवार के साथ अन्याय किया जा रहा, बताया जा रहा है कि, जालौर के शक्तिशाली कलेक्ट्रेट के आगे पुलिस पर कार्रवाई न करने को लेकर दो निम्न दलित परिवार धरने पर बैठकर न्याय की मांग कर रहे हैं।

 

प्रतीकात्मक फोटो (Image : socail media)

 

आपको बता दें कि, शोषित परिवारों में एक परिवार चितलवाना थाना के सांगड़वा का दलित परिवार हैं, जबकि दूसरी करड़ा थाना के मीरपुरा निवासी हैं। सांगड़वा निवासी परिवार का आरोप हैं कि करीब 20 दिन पहले उनके बने हुए मकान पर 19 हमलावरों ने ने हमला कर उनके साथ मारपीट की, जिसके चलते परिवार के कई सदस्यों को चोटें भी आईं।

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यह मामला सिर्फ मारपीट तक नहीं थमा बल्कि, हमलावरों ने दलित परिवार को घर से बेदखल कर कब्जा कर लिया। इस पूरी वारदात की सूचना दलित परिवार ने जब पुलिस में दी तो, थाने में मौजूद पुलिस अधिकारी ने इस मामले पर कोई कार्यवाही नहीं की और न ही पुलिस ने मामला दर्ज किया

 

प्रतीकात्मक फोटो (Image : google)

 

वहीं जब दलित परिवार एसपी के समक्ष पेश हुए तो, बाद में पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले के बारे में पूरी जानकारी देते हुए दलित परिवार की पीड़ित महिला वरजू देवी ने बताया कि, जालौर के शक्तिशाली कलेक्ट्रेट के कहने पर चितलवाना पुलिस हमें धमका रही हैं।

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बता दें कि, फिल्हाल दोनों परिवार कलेक्ट्रेट के खिलाफ चल रहे शिवसेना के धरने के साथ बैठ कर ही धरना -प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, शिवसेना जिला प्रमुख रूपराज पुरोहित ने कहा कि, जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा तब तक धरना जारी रहेगा।

वहीं दूसरे शोषित परिवार की बात करें तो, राजस्थान के जालौर में ही एक निम्न परिवार है, जो पुलिस पर कार्यवाही न करने का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग कर रहा है। बता दें कि, मीरपुरा की एक महिला के साथ मारपीट की गई, जिसको लेकर पीड़िता का कहना है कि उस पर अचानक हमला किया और इस हमले में उसे काफी चोट भी आई।

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इस मामले की पूरी जानकारी देते हुए पीड़िता ने बताया, पति किशनाराम पुत्र मालाराम, मालाराम पुत्र कालूराम, सुकी पत्नी कालूराम, पालू पत्नी हेमाराम ने एकराय होकर अनाधिकृत रूप से प्रवेश करते हुए उस पर हमला किया था। हमले के बाद पुलिस ने अब तक एक ही आरोपी को गिरफ्तार किया हैं, जबकि बाकी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और साथ ही विरमा देवी को धमकी भी दे रहे हैं। सूचना के मुताबिक पता चला है कि, करड़ा थाना के मीरपुरा गांव की निवासी विरमा देवी भी अब धरने पर बैठी हैं।

 

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