छुआछूत को लेकर संविधान सभा में हुई ज़ोरदार बहस के दौरान जाति और धर्म को लेकर किसने क्या कहा ? जानिए

संविधान के निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर डॉक्टर भीमराव ने अपने जीवन में छुआछूत के खिलाफ संघर्ष किया था। वह चाहते थे सभी वर्गों में समानता […]

दलितों के बीच अपना चमचा तलाश रहे थे गांधी : मान्यवर कांशीराम

मान्यवर कांशीराम साहब ने अपनी किताब “चमचा युग” में अलग-अलग प्रकार के चमचों की बात की है। उनके मुताबिक चमचे हर प्रकार के होते हैं। […]

“मारने वाले से बड़ा बचाने वाला होता है।” मारने वाला गोडसे याद है पर बचाने वाले पसमांदा महापुरुष नहीं .

राजेंद्र बाबू राष्ट्रपति बनने के बाद पहली दफा 1950 ई. में मोतिहारी पधारे थे। सभा शुरू हुई तो रेल की पटरियों की तरफ से एक […]