राजस्थान में दलित युवती की शादी में छह थानों की पुलिस रही तैनात, पहले भी की गई थी पुलिस सुरक्षा की मांग

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मामला राजस्थान का है जहां पर दलित युवती की शादी में पुलिस का कड़ा पहरा रहा और दूल्हे की घुड़चढ़ी के समय तकरीबन छह थानों की पुलिस भी तैनात रही। ऐसा कहा जा रहा है कि परिवार ने पहले भी पुलिस से सुरक्षा की मांग की थीं। क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं।

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पुलिस सुरक्षा का कड़ा पहरा:

दरअसल राजस्थान के अलवर जिले में पहले भी दलित दूल्हें को घोड़ी नही चढ़ने देने का मामला सामने आ चुका है। ऐसे में दलित युवती की शादी में पुलिस सुरक्षा का कड़ा पहरा रहा और दूल्हें की घुड़चढ़ी के समय भी पुलिस और अन्य बड़ें अधिकारी तैनात रहे।

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थाना अधिकारी का बयान :

बहतुकला थाना के अधिकारी रामस्वरुप बैरवा ने अपने बयान में बताया कि टोडा के रहने वाले जगन प्रसाद के 23 साल के बेटे सोनू कुमार ने कुछ दिन पहले थानें में प्रार्थना पत्र दिया था। सोनू कुमार का कहना था कि उसकी बहन की शादी 4 फरवरी के दिन टोड़ा गांव में है। और बारात कलसाडा थाना मालाखेड़ा से आएगी। दलित समुदाय से होने के कारण पहले भी गांव में दूल्हें को घोड़ी नही चढ़ने देने की घटनाएं हुई थीं। ऐसे में संभावना है कि शादी समारोह में व्यवधान हो सकता हैं।

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बैठक की गई:

इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए टोडा गांव में गांव के लोगों के साथ बैठक हुई थीं। भीम सेना प्रदेश उपाध्यक्ष शेर सिंह ने अपने बयान में बताया कि लड़की की बारात के दौरान एएसपी सुरेश खींचीं, कठमूर, खेरली, बहतकुला, गोविंदगढ़, लक्ष्मणगढ़ व बड़ौदामेव में डीएसपी सहित आरएससी के जवान भी तैनात किए गए थें।

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