कर्नाटक : दलितों ने धार्मिक जुलूस निकाला तो जातिवादियों ने जला दिए मकान

Share News:

कर्नाटक के रानीबेन्नूर तालुक के नंदीहल्ली गांव में कुछ जातिवादी मानसिकता रखने वाले लोगों ने दलित बस्ती में घुसकर दलितों के दो मकानों को आग के हवाले कर दिया. घटना बीते रविवार की बताई जा रही है. जब देऱ रात गांव के लगभग 25 लोगों ने दलित कलॉनी में घुसकर दलितों के मकानों में पेट्रोल डाल कर घरों में आग लगा दी. जानकारी के मुताबिक एक ही घर के करीबन 12 लोग जो दो अलग-अलग मकानों में सो रहे थे ग्रामीणों ने उन्हीं घरों में आग लगाई है.

 

यह भी पढ़े: देवरिया : दलित महिला स्वास्थ्यकर्मी से छेड़छाड़, 7 लोगों पर केस दर्ज

क्या थी पूरी घटना :

जनता से रिश्ता नाम की वेबसाइट के मुताबिक  चश्मदीदों ने बताया कि गांव के ग्रामीणों का एक समूह, दलित कॉलोनी के घरों में आए और घरों में पेट्रोल और लकड़ी फेंकना शुरू कर दिया। इसके बाद घरों में आग लगा दी. जब दलितों ने घरों से धुंआ उठते देखा तो परिजन घर से बाहर निकले और जान बचाकर गांव से भागे. अब दलित परिवार जिले के विभिन्न गांवों में अपने रिश्तेदारों के घर में बसे हुए हैं।

 

यह भी पढ़े:राजस्थान हाईकोर्ट से हटेगी मनु की मूर्ति..?

पुलिस ने जांच की शुरू:

हावेरी पुलिस ने घटना के संबंध में कुल 25 लोगों पर मामला दर्ज किया है. जानकारी के मुताबिक दो लोग पुलिस के सामने सरेंडर भी कर चुकें हैं लेकिन अब भी 23 लोग पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. सरेंडर कर चुके दो लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. मामले पर पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि, “घर में आग लगाने की घटना में शामिल ग्रामीणों के खिलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. ‘अत्याचार निवारण एससी-एसटी अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। ज्यादातर आरोपी फरार हैं. पुलिस ने उन आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है जो अभी भी फरार हैं, हमें उम्मीद है कि और लोग आत्मसमर्पण करेंगे या पकड़े जाएंगे।”

 

यह भी पढ़े: Condition of Dalit Women in Indian Society

धार्मिक जुलूस को लेकर हुआ था विवाद :

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि बीते रविवार को दलित बस्ती से दलितों का एक धार्मिक जुलूस गुजर रहा था। जुलूस द्यमाव्वा देवी को लेकर गाँव के अक मेले में जा रहा था। “जब जुलूस दलित कॉलोनी से गुजर रहा था तो छोटे बच्चे और कुछ युवा जुलूस के साथ नाचने लगे। जिस पर गांव के कुछ लोगों ने आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि मेलें के आयोजन के लिए हमनें पैसे दिए हैं तो दलित परिवार को ऐसे जुलूस नहीं निकालना चाहिए. इस बीच दोनों पक्षों में कुछ गाली-गलौज हुई औऱ रात में आरोपी ग्रामीणों ने घर को जलाने की कोशिश की। गनीमत हैं कि पड़ोसियों ने समय पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया।

यह भी पढ़े: बाबा साहेब का संविधान या मनुस्मृति का पाठ.. क्या चाहते हैं आप?

मुख्यमंत्री करते हैं जिले का प्रतिनिधित्व :

बताते चलें कि राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई हुबली जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं. साल 1960 में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई इसी जिले में पैदा हुए थे और अब राज्य की कमान संभाल रहें हैं. हालांकि, बीते कुछ महिनों से कर्नाटक राज्य में दलितों के साथ भेदभाव औऱ अत्यचार की लगातार बढ़ती घटनाएं राज्य सरकार औऱ मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को सवालों के कटघरें खड़ा करती है। बहरहाल, पुलिस ने मामले में जांच तेज़ कर दी है।

 

    

*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *

महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।

  Donate

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *