शिमला : हिमाचल प्रदेश के रामपुर में दलित युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गयी। दलित युवक के परिजनों ने गांव के सवर्णो पर हत्या का आरोप लगाया है, जिसके चलते विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। दलित युवक के परिजनों ने इस गंभीर मामले की पूरी तरह जांच करने की मांग की है। वहीं, युवक की मौत के संबंध में परिजनों का मानना है कि यह कोई घटना न होकर सोची समझी साजिश है।
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मृतक दलित युवक के परिजनों का यह आरोप है कि सवर्ण लोगों ने मर्डर किया है। रामपुर की इस घटना से वहां का माहौल काफी गर्मा गया है। वहीं, इस मामले के संबंध में हिमाचल भीम आर्मी एकता मिशन के कार्यकर्ता मंगलवार को सी.एम सुक्खविंदर सुक्खू से मिले और इस पूरी घटना की सही से जांच- पड़ताल करने की सिफारिश की। साथ ही दलित युवक संग हुई इस अन्यायपूर्ण घटना को लेकर भीम आर्मी एकता मिशन के प्रदेशाध्यक्ष रवि कुमार दलित ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
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दरअसल बीते कुछ दिनों पहले रामपुर के डोबी में सेप्टिक टैंक के अंदर एक युवक की लाश मिली थी, जो कि दलित समाज से संबंध रखता था। युवक का शव बहुत ही दर्दनाक हालत में बरामद हुआ था। मृतक युवक का नाम गंगाराम था, जो कि बिजली बिल काटने का काम करता था। जिस दिन दलित युवक का शव बरामद किया गया था वह उस दिन भी डोबी क्षेत्र में बिल काटने निकला था।
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सूचना के मुताबिक, दलित युवक की बहन संगीता ने बताया कि उनके भाई को कुछ दिनों से टॉचर्र किया जा रहा था और संगीता ने यह भी आरोप लगाया कि सवर्ण जाति के लोगों ने ही उनके भाई को मौत के घाट उतारा है।
संगीता ने बताया कि सवर्ण लोग उनके भाई से कहते थे कि ‘वे बिजली बिल काटने उनके घर न आया करे क्यूकिं वे दलित है।‘ उन्होंने ही मेरे भाई को जान से मारा है। साथ ही परिजनों ने यह भी बताया कि जब युवा का शव मिला था, तो उसके चेहरे पर चोटों के निशान थे। जिससे यह साफ मालूम होता है कि युवक को मार कर सेप्टिक टैंक में फेंका गया है। मृतक के परिजनों ने पुलिस से यह अनुरोध किया है कि इस मामले की छानबीन दुर्घटना की बजाय हत्या की दृष्टि से की जाए वहीं, इस मामले में दूसरी ओर एस.पी शिमला संजीव गांधी ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
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