ज्यादा तनाव शरीर के लिए हो सकता है बहुत खतरनाक, इन 7 उपायों से तनावग्रस्त इंसान का मिलेगा आराम

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शोध में इस बात का ख़ुलासा हुआ है कि महिलाओं को पुरुषों के मुक़ाबले में अधिक तनाव और मानसिक पीड़ा का अनुभव होता है….

समाज में बढ़ते तनाव के बीच इससे बाहर निकलने के उपायों के बारे में बता रहे हैं जनस्वास्थ्य चिकित्सक डॉ. एके अरुण

हममें से बहुत सारे लोग यह बात नहीं जानते कि मानव शरीर को मानसिक और शारीरिक दोनों ही तरीकों से प्रभावित कर सकता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि तनाव (Anxiety) होने पर कोर्टिसोल नाम का हार्मोन पूरे शरीर में फैल जाता है।

आज की दुनिया और समय में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है, जिसको तनाव ना होता हो। तनाव का होना अच्छी बात है, परंतु एक हद के बाहर तनाव का हो जाना यह खतरनाक हो सकता है। जब यही तनाव हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में हमें परेशान करने लगता है तभी दिक्कत आती है। जिस व्यक्ति को तनाव हमेशा रहता है उसको इलाज के लिए किसी से सलाह लेना चाहिए। यह बात याद रखें कि यह कोई शर्म की बात नहीं है। यह कोई पागलपन या कोई बीमारी नहीं, बल्कि ऐसा कभी भी किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकता है।

तनाव क्या होता है?
तनाव या डिप्रेशन एक प्रकार का मानसिक विकार है। किसी भी एक नकारात्मक विचार के दिमाग़ पर हावी हो जाने के बाद हमारी मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है। हमारा मस्तिष्क सही से कार्य करने और किसी भी ख़ुशी के मौक़े प्रसन्न होने में असक्षम हो जाता है। यह तनाव की स्थिति कही जा सकती है। कुछ लोगों में तनाव की खास वजह होती है और कुछ लोगों में कोई खास वजह नहीं भी होती है।

तनाव के लक्षण
सर में दर्द, दांत और जबड़े पीसना, शरीर में थरथराहट होना, उदास रहना, किसी काम में दिल ना लगना, ज्यादा सोना या कम सोना।
ज्यादा खाना या कम खाना, किसी बात पर ध्यान ना देना, अपने को दूसरों से कम समझना, अपने ऊपर भरोसा कम करना।
छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ जाना, खुद को बेकार समझना, मायूस होना, मौत या खुदकशी के ख्याल आना, नींद बहुत आना या कम आना, खुश होने वाली बात पर गुस्सा आना, कम बोलना, किसी बात पर गौर ना करना, इत्यादि।

तनाव के कारण
1. रोजमर्रा की जिंदगी
हमारी जिंदगी में कभी-कभी कोई ऐसी घटना हो जाती है जिससे हमारी जिंदगी प्रभावित होती है। अपने किसी प्यारे के जिंदगी से चले जाना, तलाक, किसी की नौकरी खत्म हो जाना आदि! ये सब तनाव के कारण बन जाते हैं। व्यक्ति इनसे से बाहर नहीं निकल पाता और तनाव का शिकार बन जाता है।

2. अकेलापन
इंसान का अकेले रहना कई बार तनाव का कारण बन जाता है। अगर कोई व्यक्ति अकेला है और उसका कोई दोस्त नहीं है तो वह तनाव का शिकार हो सकता है।

3. शारीरिक बीमारियां
किसी भी व्यक्ति को अगर लगातार शारीरिक बीमारी है तो वह तनाव का मरीज हो सकता है। यदि किसी को दिल की बीमारी, कैंसर या इस तरह की कोई बीमारी है तो इंसान अपनी बीमारी से परेशान होकर तनाव का शिकार बन जाता है।

4. पुरानी यादें
डिप्रेशन (तनाव) कभी भी किसी को भी हो सकता है, परंतु कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनको तनाव जल्दी होने का खतरा होता है। यह उनकी जिंदगी पर निर्भर करता है कि उनकी पुरानी जिंदगी कैसे गुजरी है।

5. शराब
शराबी लोग जो बहुत ज्यादा शराब का सेवन करते हैं वे तनाव के शिकार हो जाते हैं। उनके अंदर खुदकुशी के ख्यालात आते हैं।

6. घरेलू कलह
जब महिलाएँ लंबे समय तक घर में बंद रहती हैं और उन पर अत्याचार किया जाता है तो ऐसे में उन्हें तनाव हो जाता है। शोध में इस बात का ख़ुलासा हुआ है कि महिलाओं को पुरुषों के मुक़ाबले में अधिक तनाव और मानसिक पीड़ा का अनुभव होता है।

7. वंशानुगत
तनाव (डिप्रेशन) की बीमारियां कभी-कभी वंशानुगत होती है। अगर आपके मां-बाप को डिप्रेशन या तनाव की बीमारी है तो आपको भी तनाव का ख़तरा 80% रहता हैं।

तनाव में खुद की मदद कैसे करें?

1. नियमित व्यायाम करें
रोजाना आधा घंटा व्यायाम करें। हर रोज सुबह उठकर चहल कदमी करें। इससे इंसान का शरीर स्वस्थ रहता है और उसे अच्छी नींद आती है। इससे तनाव कम करने में मदद मिलती है।

2. स्वस्थ आहार
स्वस्थ आहार लें। तनाव वाले व्यक्ति को ताजा फलों और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इससे उसके शरीर में विटामिन, प्रोटीन, आयरन की कमी नहीं होगी और तनाव में कमी आएगी।

3. शराब से दूर रहें
शराब से दूर रहें क्योंकि शराब तनाव को कम नहीं करती, बल्कि उसको और अधिक कर देती है। तनाव वाले व्यक्ति को शराब से दूर रहना चाहिए।

4. भरपूर नींद लें
नींद ना आने से भी व्यक्ति को तनाव हो जाता है और वो परेशान रहता है। अगर आपको नींद नहीं आ रही है तो आप आंख बंद करके लेटे रहें और अपने दिमाग़ में किसी भी तरह का कोई विचार न आने दें। इससे नींद आने में सहायता होगी और आपको सुकून मिलेगा।

5. मेडिटेशन और योगा करें
डिप्रेशन या तनाव को दूर करने के लिए सबसे अच्छा उपाय मेडिटेशन (ध्यान) और योगा करना है। प्रतिदिन अपने रुटीन में योगा और मेडिटेशन को शामिल करें।
अगर आपको लगता है कि आप को अपने डिप्रेशन की वजह मालूम है तो उस पर गौर करें और मायूस ना हों।

6. हाथों को गर्म पानी से धोयें
तनाव वाले व्यक्ति को अपने हाथों को गर्म पानी से धोना चाहिए। जब किसी व्यक्ति को तनाव हो तो उसे गुनगुने पानी से अपने हाथों धोना चाहिए। इससे तनाव कम हो जाता है।

7. संगीत सुनना
किसी भी व्यक्ति को तनाव हो तो वह म्यूजिक सुन ले। इससे उसका तनाव कम हो सकता है। उसे आराम मिलेगा।

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