- दिल्ली में MCD चुनाव चल रहा है. इस बीच शाहदरा जिले के कस्तूरबा नगर के करीब 300 लोग इस चुनाव में मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं.
बहिष्कार का कारण यह है कि दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा जुलाई महीने में कस्तूरबा नगर के दलित सिखों के घरों को तोड़ने का नोटिस दिया गया है.
जुलाई महीने में दिल्ली विकास प्राधिकरण ने कस्तूरबा नगर में एक नोटिस लगाया था, पोस्टर में लिखा था कि यह झुग्गी एक अनाधिकृत झुग्गी है. यहां से एक सड़क बनने वाली है जिसके लिए कुछ झुग्गियों को तोड़ा जाएगा. जिसके विरोध में कस्तूरबा नगर के निवासियों ने भी पोस्टर लगाएं हैं. पोस्टर में लिखा है “क्यों करें मतदान, जब कोई नहीं बचा रहा हमारे मकान.” पोस्टर पर ये भी लिखा है कि “घर नहीं तो वोट नहीं.
आपको बता दें कि 300 से 500 दलित परिवारों का घर छीना जा रहा है. साथ ही 800 लोगों को बेरोजगारी में धकेला जा रहा है.
कस्तूरबा नगर निवासियों का कहना है कि जनता को जरूरत है तो न पीएम सुनता है, न सीएम सुन रहा है.”
वैसे कहने को तो कस्तूरबा नगर झुग्गी वाला इलाका है लेकिन यहां के लोगों के पास पक्के मकान हैं. जिसमें करीब 95% लोग दलित सिख समुदाय के हैं. देश के विभाजन के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत 1947 में दिल्ली आए ये लोग तभी से यहीं रह रहे हैं.
न्यूजलॉडरी की रिपोर्ट के अनुसार ये सभी लोग लगभग 70 सालों से यहां रह रहे है. आज तक इन्हे कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा. यहां के लोगों का कहना है कि “हम वोट किसी को नहीं देंगे. क्या सिर्फ हमारे वोट की कीमत है हमारी कोई कीमत नहीं?. जब चुनाव आता है और वोट लेना होता है तब हम ऑथराइज्ड हो जाते हैं और जब चुनाव चला जाता है तब हम अनऑथराइज्ड हो जाते हैं. मोदी ने कहा था “जहां झुग्गी वहीं मकान” तो फिर हमारे मकान क्यों तोड़े जा रहे हैं. अब तो दो ही रास्ते हैं या तो मोदी हमें हमारे घर में रहने दें या फिर हम पर बुलडोजर चला दें.”
झुग्गी वालों का कहना है कि जब वे लोग बीजेपी विधायक ओमप्रकाश शर्मा के पास मदद की गुहार लगाने गए तो ओमप्रकाश शर्मा ने धमकाते हुए कहा कि झुग्गी तो टूटेगी ही जो करना है कर लो.
आपको बता दें कि फिलहाल मामला कोर्ट में है. हाईकोर्ट ने डीडीए से कहा था कि वह झुग्गी वासियों के साथ मिलकर कोई रास्ता निकालें. लेकिन अभी तक किसी भी तरह की कोई मीटिंग झुग्गी वासियों से नहीं की गई है. जिस वजह से लोगों में घर टूटने का भय बढ़ता जा रहा है.
कस्तूरबा नगर एमसीडी के वार्ड नंबर 207 में आता है. यहां कुल 800 के करीब वोटर हैं. जिनमें से ज्यादातर लोगों ने वोट देने का बहिष्कार कर दिया हैं. बता दें कि बीते अगस्त महीने में दिल्ली विकास प्राधिकरण ने दिल्ली से अनाधिकृत कालोनियों को हटाने के लिए चलाए डेमोलिशन अभियान में कस्तूरबा नगर के लोगों ने भी विरोध में कई बार जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया.
फिलहाल दिल्ली में एमसीडी के चुनाव होने हैं जिसमे हर एक पार्टी दम खम लगा रही है लेकिन जनता के मुद्दे वैसे के वैसे ही बने हुए हैं। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में लोगो का वोट न देना इन नेताओं के बीच खलबली तो ज़रूर मचाएगा।
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