मामला उत्तरप्रदेश के उन्नाव का है। दरअसल उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली के सर्वोदय नगर राजधानी मार्ग पर एक दुकान में दलित युवक किसी काम से गया था। उस दैरान एक दर्जन से अधिक गुंडों ने उसे घेर लिया और बवाल किया। इसके अलावा गुंडों ने दलित युवक को अगवा कर लिया और कमरे में बंद करके जमकर पीटा। इस मामले में पुलिस ने पांच गुंडों सहित पंद्रह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जानते हैं पूरा मामला।
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क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के मुताबिक पीड़ित का नाम सुमित गौतम है। वह गंगाघाट कोतवाली के सर्वोदय नगर राजधानी में एक मोबाईल की दुकान में गया था। और जब वह दुकान से वापस लौट रहा था तो उस दौरान मिश्रा कॉलोनी के रहने वाले मिश्रा उर्फ कल्लू बटिस्टा, आश्चर्य अवस्थी, आर्यन, मनीष शुक्ला, चुनमुन और दस अज्ञात गुंडों ने दलित युवक के साथ मारपीट की और जातिसूचक गालियां तक दे डाली। पीड़ित बचाव की गुहार लगाता रहा लेकिन गुंडों ने पीड़ित की एक न सुनी और दलित युवक को जमकर पीटा। इसके बाद आरोपी दलित युवक को उठाकर मिश्रा कॉलोनी ले गये और बंद कमरे में भी उसके साथ मारपीट की।
फायरिंग जैसा कुछ भी नहीं :
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और घायल सुमित गौतम ( पीड़ित) को मेडिकल के लिए भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार दूसरे पक्ष के लोगों ने यह भी कहा है कि इस घटना में फायरिंग भी हुई है। जिसकी जानकारी सोशल मीडिया पर भी प्रसारित हो रही है। लेकिन पुलिस ने जब इसकी जांच पड़ताल की तब पता लगा कि इस घटना में फायरिंग जैसा कुछ भी नहीं हुआ था। इससे पहले भी एक घटना में मारपीट और फायरिंग भी हुई थीं और खोखे भी बरामद हुए थे लेकिन इसे भी पुलिस ने नकार दिया था।
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पुलिस की लापरवाही :
“दैनिक भास्कर की रिपोर्ट” के मुताबिक पिछले चार पांच दिनों से मारपीट के साथ फायरिंग की घटनाएं भी हे रहीं हैं लेकिन गंगाघाट पुलिस इन घटनाओं से नजर अंदाज करते हुए इनकार कर रहीं हैं। जबकि स्थानीय लोग फायरिंग होने की पुष्टी कर रहे हैं। ब्रम्ह नगर में भी कारतूस के खोखे बरामद हुए थे। लेकिन इसे भी पुलिस ने इसे हल्के में निपटा दिया था। जिसकी वजह से दो गुटो के बीच गैंगवार की घटना हो सकती है।
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