लगातार चार बार प्रदेश स्तरीय और पांच बार जिला स्तरीय कबड्डी टूर्नामेंट में जीत कर अपने जिले का नाम रोशन करने वाली हिण्डोली विधानसभा की निवासी पिस्ता मीणा का हुनर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया हैं, पिस्ता मीणा लगातार दो बार नेशनल टीम के लिए चयन हो चुकी हैं लेकिन खेल विभाग से जुड़े लोगों के कारण हर बार उनका नाम टीम से हटा दिया जाता हैं,
पीजी कॉलेज के बीए सैकंड ईयर की छात्रा पिस्ता मीणा ने चयनकर्ता के खिलाफ कोतावली में शिकायत दर्ज कराई है। छात्रा ने बताया कि वह कई बार डिस्ट्रिक्ट लेवल पर खेल चुकी हैं वह पीजी कॉलेज से करौली खेले गई थी। जंहा उनका आगे चयन भी हो गया था पर अंतिम समय में चयनकर्ता ने लालच में आकर छात्रा का नाम लिस्ट से हटा दिया।
पिस्ता मीणा का कहना हैं कि मामले की शिकायत करने के बाद चयनकर्ता कुशाल चौधरी की पत्नी ने मुझे धमकी दी जिसकी रिकार्डिंग भी की गई है छात्रा का कहना हैं कि लगातार ये दूसरी बार हैं जब उनके चयन के बाद उनके अंतिम समय में यह कह कर बहार कर दिया जाता है की उनकी जगह किसी और का चयन हो गया हैं। उनका कहना हैं कि उनकी जगह जिस दूसरी छात्रा का चयन हुआ हैं उसने एक भी प्रदेश स्तर पर एक भी मैच नहीं खेला हैं।
पुरे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर छात्रा पिस्ता मीणा के समर्थन में लोग सामने आए हैं उन्होंने ट्विटर पर #पिस्ता_मीना_को_न्याय_दो #पिस्ता_का_टीम_में_चयन_करो तथा #पिस्ता_को_न्याय_दो जैसे ट्रेंड चला कर छात्रा को न्याय दिलाने में लगे हैं और भी कई संगठन छात्रा के साथ हो रहे भेदभाव और भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े हो चुके हैं।
https://twitter.com/HansrajMeena/status/1475718866122592257?s=20
हंसराज मीणा ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि “सत्य को परेशान किया जा सकता है लेकिन पराजित नहीं। मैं कबड्डी प्लेयर बहन पिस्ता मीणा के साथ खड़ा हूं। सीएम @ashokgehlot51 जी, बूंदी निवासी आदिवासी खिलाड़ी पिस्ता मीणा के साथ राजस्थान खेल विभाग व स्थानीय भ्रष्ट जिला प्रशासन द्वारा भेदभावपूर्ण रवैया निंदनीय है।”
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