“तुम्हारी क्या औकात है, तुम दलित 500 सौ में…”, ओवैसी के समर्थक इम्तियाज जलील का दलित बहनों पर आरोप, सोशल मीडिया पर मचा हंगामा

Share News:

AIMIM नेता इम्तियाज जलील ने दलित बहनों पर गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद उन्हें जनता का विरोध झेलना पड़ा। इस विवाद ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर चर्चा को जन्म दिया।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता इम्तियाज जलील ने हाल ही में एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान दलित समाज पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे दलित समुदाय में गहरा आक्रोश उत्पन्न हो गया है। जलील ने पत्रकार सम्मेलन में एक तरफ तो विपक्षी उम्मीदवारों पर फर्जी वोटिंग के आरोप लगाए, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने अंबेडकर नगर की दलित बहनों के बारे में अपमानजनक और अभद्र टिप्पणी की, जो उनके लिए भारी पड़ गई। उनके इस विवादास्पद बयान ने न केवल सोशल मीडिया पर हंगामा मचाया, बल्कि दलित समाज के लोग सड़क पर उतर आए और जलील के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

14 साल बाद दलित महिला को इंसाफ, 21 आरोपियों को मिली सजा अब आजीवन कारावास 

पत्रकार सम्मेलन में उत्पन्न हुआ विवाद

इम्तियाज जलील ने जब पत्रकारों के सामने दूसरे पक्ष के उम्मीदवारों पर आरोप लगाए कि उन्होंने फर्जी वोटिंग की है, तब एक पत्रकार ने सवाल किया कि उनके ऊपर भी शकीला पठान नामक महिला प्रत्याशी ने फर्जी वोटिंग के आरोप लगाए हैं। इस सवाल से बौखलाए जलील ने गुस्से में आकर न केवल पत्रकार से अभद्र तरीके से पेश आए, बल्कि उनके गुंडों द्वारा पत्रकार पर जानलेवा हमला किया और उसे होटल से बाहर निकाल दिया। इस घटना ने पत्रकारों और मीडिया संस्थाओं में तीव्र प्रतिक्रिया उत्पन्न की।

दलित समाज पर आरोप और अपमानजनक टिप्पणी

पत्रकार सम्मेलन के दौरान ही इम्तियाज जलील ने अंबेडकर नगर की दलित बहनों के बारे में एक गंभीर और आपत्तिजनक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि “दलित बहने 500 रुपए लेकर बिकती हैं”, जिससे उनके खिलाफ दलित समुदाय के लोगों का आक्रोश और बढ़ गया। यह बयान समाज के एक बड़े वर्ग को गहरे रूप से आहत करने वाला था और देखते ही देखते दलित समाज के लोग सड़कों पर उतर आए। दलित समाज के नेताओं ने जलील के इस बयान को जातिवाद और अपमानजनक करार देते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की।

दलित समाज का विरोध और पुलिस में शिकायत

अंबेडकर नगर के दलित समाज के लोगों ने इस विवादास्पद बयान के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया और जलील के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसके बाद, दलित समुदाय के नेताओं ने छत्रपति संभाजी नगर के सीडको N-7 पुलिस थाने में जाकर इम्तियाज जलील के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और अल्ट्रा सिटी एक्ट जैसे गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने शिकायत के बाद जांच शुरू कर दी है और जलील के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है।

इम्तियाज जलील का चुनावी संघर्ष और विवादों में घिरना

इम्तियाज जलील, जो 2019 में लोकसभा चुनाव में अपनी जीत के बाद दलितों के पक्ष में जय भीम के नारे लगाते थे, इस बार अपने विधानसभा चुनाव में हार के बाद गुस्से में नजर आ रहे हैं। उन्होंने कभी दलित समुदाय के वोटों पर भरोसा किया था, लेकिन अब अपनी हार के बाद उन्होंने इस समुदाय को निशाना बनाना शुरू किया है। जलील की हार के बाद की यह स्थिति उनके राजनीतिक संघर्ष को और भी जटिल बना रही है। उनका यह बयान न केवल दलित समाज के लोगों के लिए बल्कि उनके समर्थकों के लिए भी निराशाजनक साबित हुआ है।

पुलिस कार्रवाई और भविष्य की संभावनाएँ

पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी है। इम्तियाज जलील पर अब गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं, और यह देखा जाएगा कि कानून उनके खिलाफ किस तरह की कार्रवाई करता है। इस विवाद ने उनकी राजनीतिक छवि को भी नुकसान पहुंचाया है और यह चुनावी राजनीति में उनके लिए एक बड़ा संकट बन सकता है।

केरल के स्कूल में जातिवाद का घिनौना चेहरा: 6 साल के दलित बच्चे से कराई गई सहपाठी की उल्टी की सफाई

दलित समाज पर किया गया अपमानजनक बयान

इम्तियाज जलील का दलित समाज पर किया गया अपमानजनक बयान न केवल उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का कारण बना, बल्कि उनके राजनीतिक भविष्य पर भी सवाल उठाए हैं। इस घटना ने एक बार फिर से यह दिखा दिया है कि चुनावी हार के बाद कभी-कभी नेता बौखलाकर ऐसे विवादास्पद बयान दे देते हैं, जो उनके लिए महंगे साबित होते हैं। जलील के खिलाफ दलित समाज के प्रदर्शन और पुलिस कार्रवाई से यह साफ है कि इस तरह की अभद्र टिप्पणियों का समाज में कोई स्थान नहीं है, और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की जा रही है।

*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *

महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।

  Donate

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *