यूपी में दलित रमेश भारती की हत्या के बाद सामाजिक और राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने इस मामले में सक्रियता दिखाई और परिवार को समर्थन देने की घोषणा की। साथ ही मुख्यमंत्री योगी से मांग की है।
UP News : गोंडा जिले के थाना उमरी बेगमगंज में कोरी समाज के रमेश भारती की हत्या ने उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीड़न की एक और गंभीर घटना को उजागर किया है। परिवार का आरोप है कि रमेश भारती की हत्या सामंती ताकतों के संरक्षण में की गई थी, जिसमें मुख्य आरोपी अरुण सिंह के साथ दो अन्य लोग भी शामिल थे।
पुलिस ने तहरीर को बदलने का प्रयास किया
परिवार ने शिकायत की कि हत्या के बाद पुलिस ने उनके द्वारा दी गई तहरीर को बदल दिया और केवल अरुण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की। उनका कहना है कि पुलिस ने सादे पेपर पर अंगूठा लगवाकर तहरीर को बदलने का प्रयास किया, जिससे बाकी दो आरोपियों को बचा लिया गया। यह आरोप पुलिस की निष्पक्षता और सच्चाई की दिशा में गंभीर सवाल खड़े करता है, विशेषकर जब सत्ता के संरक्षण में होने का आरोप है।
इसे देखें : UP: ‘अपराध, अपराधी और जाति के नाम पर जबरदस्ती की राजनीति’, मायावती का BJP और सपा पर हमला
दलित नेता चंद्रशेखर आजाद ने परिवार को दिया समर्थन
रमेश भारती की हत्या के बाद परिवार की पीड़ा और आक्रोश ने सामाजिक और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने इस मामले में सक्रियता दिखाई और परिवार को पूरी ताकत के साथ समर्थन देने की घोषणा की। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया जाए और तहरीर के अनुसार दोनों अन्य आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
ये है मामला
उमरी बेगमगंज पुलिस स्टेशन क्षेत्र के एक गांव में सेवानिवृत्त सैनिक अरुण सिंह और अनुसूचित जाति से रमेश भारती (46) के बीच लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते अरुण सिंह ने रमेश भारती पर गोली चलाई, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। मृतक रमेश भारती के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें रिटायर्ड फौजी अरुण सिंह समेत चार लोगों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया गया है।
इसे देखें: UP News : रिटायर्ड सिपाही ने दलित व्यक्ति की गोली मारकर की हत्या! भीम आर्मी ने न्याय की मांग की तो गांव वालों ने धमकी देकर भगाया, देखें Video
पहले भीम आर्मी पीड़ित के घर गई तो गांववालो ने भगा दिया
गोंडा के तरबगंज थाना क्षेत्र के दुबे पुरवा गांव दलित रमेश हत्याकांड को लेकर पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पहुंचे भीम आर्मी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार और धमकी का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, गांव के ग्राम प्रधान और उसके साथियों ने भीम आर्मी के सदस्यों के साथ अभद्रता की और उन्हें मारने की धमकी देकर गांव से भागने पर मजबूर कर दिया।
Video: https://x.com/jitendra93058/status/1831140344118890620?t=fgIkAqBeD8STgrpb7FHT9w&s=19
दलितों और कमजोर वर्गों की स्थिति पर उठें सवाल
इस घटना ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश में दलितों और कमजोर वर्गों के प्रति न्याय और सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े हो गए हैं, जहां सत्ता और सामंती ताकतों के दबाव में कमजोर वर्गों के अधिकार और सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है। यह मामला न केवल रमेश भारती के परिवार की न्याय की मांग को उजागर करता है, बल्कि पूरे राज्य में न्याय और कानून व्यवस्था के दावों को भी चुनौती देता है।
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।