उत्तर प्रदेश में जमीनी विवाद के चलते रिटायर्ड फौजी ने एक दलित युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। जब भीम आर्मी का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार के घर पहुंचा तो वहां गांव वालों ने भीम आर्मी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को धमकी दी और पीड़ित के घर से भगा दिया । झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, देखें….
UP News : गोंडा के तरबगंज थाना क्षेत्र के दुबे पुरवा गांव में जमीनी विवाद के चलते रिटायर्ड फौजी द्वारा एक दलित युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना के बाद एसपी विनीत जायसवाल, एएसपी (पश्चिमी) और सीओ तरबगंज ने भी मौके का दौरा किया और लोगों से जानकारी हासिल की। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और घटना से इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
एसपी विनीत जायसवाल ने बताया :
एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि उमरी बेगमगंज पुलिस स्टेशन क्षेत्र के एक गांव में सेवानिवृत्त सैनिक अरुण सिंह और अनुसूचित जाति से रमेश भारती (46) के बीच लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते अरुण सिंह ने रमेश भारती पर गोली चलाई, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दलित के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई
मृतक रमेश भारती के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें रिटायर्ड फौजी अरुण सिंह समेत चार लोगों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया गया है। यह मामला जमीनी विवाद के कारण हुआ था, जिसमें अरुण सिंह ने कथित तौर पर रमेश भारती पर गोली चलाई, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने अरुण सिंह को गिरफ्तार कर लिया और अन्य तीन आरोपियों की भी तलाश जारी है।
भीम आर्मी का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित के घर पहुंचा
गोंडा के तरबगंज थाना क्षेत्र के दुबे पुरवा गांव दलित रमेश हत्याकांड को लेकर पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पहुंचे भीम आर्मी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार और धमकी का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, गांव के ग्राम प्रधान और उसके साथियों ने भीम आर्मी के सदस्यों के साथ अभद्रता की और उन्हें मारने की धमकी देकर गांव से भागने पर मजबूर कर दिया।
भीम आर्मी के पदाधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार
दरअसल, इस घटना में भीम आर्मी का प्रतिनिधिमंडल, जिसमें जिला अध्यक्ष शिवम कुमार, जिला उपाध्यक्ष उपेंद्र कुमार, मंडल उपाध्यक्ष रिजवान, जिला प्रवक्ता डीपी हंस और सैकड़ों अन्य पदाधिकारी शामिल थे, पीड़ित परिवार के घर पहुंचे थे। वहां उनके और ग्राम प्रधान और उसके साथियों के बीच झड़प हो गई। झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ग्राम प्रधान और उसके सहयोगियों को भीम आर्मी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को धमकाते और घर से भागते हुए दिखाया गया है।
देखें वीडियो https://x.com/jitendra93058/status/1831140344118890620?t=fgIkAqBeD8STgrpb7FHT9w&s=19
भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को भगाने का वीडियो वायरल
भीम आर्मी ने वायरल वीडियो को X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करके आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है। इस कदम से यह भी स्पष्ट होता है कि भीम आर्मी इस मुद्दे को लेकर गंभीर है और न्याय प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रही है। इस स्थिति में, संबंधित अधिकारियों को वीडियो की सच्चाई की जांच करानी चाहिए और उचित कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
भीम आर्मी ने की न्याय की मांग! गांववालों को आया गुस्सा
भीम आर्मी के पदाधिकारी पीड़ित परिवार से मिलने के बाद 1 करोड़ रुपए के आर्थिक मुआवजे और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग कर रहे थे। इस मांग से ग्राम प्रधान और उनके सहयोगियों की प्रतिक्रिया तीव्र हो गई। उन्होंने भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ अभद्रता की और मारने-पीटने की धमकी दी। झड़प के बाद, भीम आर्मी के पदाधिकारी बिना पीड़ित परिवार से पूरी बात किए वापस लौट गए।
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