बहुजन नायिकाओं के जिक्र के बिना महिला दिवस सिर्फ कागजी नारों और भाषणों तक रहेगा सीमित !

सवाल है कि भारत की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले, फातिमा शेख, त्याग व ममता की प्रतीक रमाबाई अम्बेडकर, ऊदादेवी पासी, वीरांगना झलकारी बाई, फूलन […]

पितृसत्ता और मनुवादी व्यवस्था को बढ़ावा देती फिल्में और टीवी सीरियल महिलाओं को बना रहे मानसिक गुलाम

अगर यू कहें कि मनुवादी व्यवस्था में अंधविश्वास, पाखंड, कर्मकांड, रीति-रिवाज, परम्परा, काल्पनिक देवी-देवताओं की कहानी आदि को बढ़ावा सबसे ज्यादा टीवी सीरियल और फिल्मों […]