मामला छत्तीसगढ़ के पिथौरा जिले का है जहां पर बया पुलिस चौकी में दो आदिवासी महिलाओं पर शराब बेचने के आरोप में केस बनाया गया फिर जेल भेजने की धमकी देकर दोनों से 15-15 हजार रुपये ऐंठ लिए…
Chhattisgarh news : छत्तीसगढ़ से दो गरीब आदिवासी महिलाओं से पैसे ऐंठने का मामला सामने आया है। दरअसल दोनों महिलाओं पर शराब बेचने के आरोप और जेल भेजने की धमकी देकर बया पुलिस ने महिलाओं से पैसे ऐंठे। आखिर क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं।
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आदिवासी महिलाओं से पैसे ऐंठे :
मामला छत्तीसगढ़ के पिथौरा जिले का है जहां पर बया पुलिस चौकी में दो आदिवासी महिलाओं पर शराब बेचने के आरोप में केस बनाया गया फिर जेल भेजने की धमकी देकर दोनों से 15-15 हजार रुपये ऐंठ लिए। आपको बता दें कि यह मामला सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इस मामले पर बलौदाबाजार ACP सचिन यादव ने पत्रकारों को बताया कि मामले की जांच कर कठोर कार्यवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर भी बया पुलिस चौकी के पुलिसकर्मियों पर अवैध शराब का मामला बनाकर जेल भेजने की धमकी देकर 30 हजार रुपये ऐंठने का मामला वायरल हुआ था। जब मामले की जांच की गई तो पता लगा कि मामला सही है। इस घटना से पुलिस कर्मियों के साथ बया चौकी प्रभारी की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
पीड़िता सुशील बरिहा का बयान :
वायरल विडियो में एक अदिवासी महिला जिसका नाम सुशीला बरिहा है। उसने वायरल वीडियो में बताया कि बया चौकी में पदस्थ कोई प्रधान आरक्षक अवस्थी एवम एक आरक्षक कश्यप द्वारा बुधवार की सुबह उनके घर छापा मार कर तलाशी ली गई लेकिन तलाशी में पुलिस को कुछ भी नही मिला और इसके बाद भी दोनों पुलिस कर्मियों ने सुशीला की चोटी पकड़ कर बगैर महिला पुलिस के उसे थाने लाया गया। फिर थाने में महिला से 30 हजार रुपये की मांग की गई, लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि महिला ने पुलिस को 15 हजार रुपये दिए हैं।
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शकरलाल बरिहा का बयान :
दूसरी वीडियो में कुरकुटी निवासी आदिवासी युवक शकरलाल बरिहा है। इसने वीडियो में बताया कि “दो पुलिस कर्मी ने घर में घुस कर तलाशी ली और उसकी पत्नी को उठाकर ले आये। चौकी में उन्हें महुआ शराब के केस में फंसाने की धमकी देकर रुपयों की मांग की और इससे भी पुलिस ने 15 हजार ले लिये। बहरहाल थाना प्रभारी दोनों तरफ की बातें कर रहे हैं और एक तरफ उनका कहना है कि किसी महिला को लाया नहीं गया और दूसरी ओर वह कह रहे हैं कि महिलाओं को महिला कोटवार ने लाया “।
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चौकी प्रभारी का बयान :
बया पुलिस चौकी के प्रभारी प्रियेश जॉन ने इस मामले में प्रतिनिध को बताया कि किसी भी महिला को थाना नहीं लाया गया। परन्तु उन्होंने एक प्रश्न के जवाब यह भी कहा कि दोनों महिलाओं को महिला कोटवार ने थाने तक लाया था। पुरुष आरक्षकों ने उन्हें नहीं लाया है।
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