200 तरह के होते हैं जुकाम फैलाने वाले वायरल, अगर आप भी हैं जुकाम से पीड़ित तो घर पर ही रहकर करें ये काम

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अगर आपको बार-बार सर्दी-खांसी और जुखाम की समस्या होती रहती हैं, तो इसके पीछे बैक्टीरियल इंफेक्शन कारण हो सकता है, जो साइनस का कारण भी बन सकता है, दूसरा अगर व्यक्ति किसी खास प्रकार की एलर्जी या धूल-प्रदूषण से होने वाली एलर्जी से ग्रस्त है, तो उसे साइनस होने का खतरा हो सकता है…

Health problems : बदलते मौसम के साथ ही सर्दी-खांसी-जुकाम बहुत तेजी से फैलता है और ठीक होने में ज़्यादा वक्त लेता है। सर्दियों में खांसी-जुकाम की समस्याएं ज्यादा होती हैं। कई बार समस्या साधारण होती है जो कुछ समय में ही ठीक हो जाती है, लेकिन जब यह समस्या कुछ दिनों से सप्ताह में बदल जाए, तो यह कई अन्य कारण से भी हो सकता है। इसमें साइनुसाइटिस (Sinusitis) भी एक कारण है। जुकाम के लक्षण आमतौर पर 4 से 10 दिनों में ठीक हो जाते हैं, हालांकि खांसी अक्सर दो तीन सप्ताह तक रह सकती है। साइनुसाइटिस के कुछ सबसे आम लक्षण दर्द, संवेदनशीलता, नेज़ल कंजेशन और सिरदर्द हैं।

जुकाम फैलाने वाले वायरस?
जुकाम फैलाने वाले वायरल कोई 200 प्रकार के होते हैं। रोहिनोवायरस जिसे नोज वायरस भी कहते हैं, से जुकाम फैलता है। विभिन्न प्रकार के वायरसों के इनफेक्शन से शरीर अस्वस्थ होता है और छींके आने से कफ द्वारा गले फेफड़े में वायरस चला जाता है।

बार-बार जुकाम होने पर क्या लेना चाहिए?
बार-बार सर्दी जुकाम होने पर लोग कमजोर इम्यूनिटी को इसका कारण समझते हैं और इम्यूनिटी बूस्ट करने वाले खाद्य लेते हैं। लेकिन लो इम्यूनिटी की एक वजह प्रोटीन की कमी भी होती है। इसलिए अगर आपको लगता है कि बार-बार जुकाम हो जा रहा है तो भोजन में प्रोटीन को बढ़ा दें।

हमेशा जुकाम रहने का क्या कारण है?
पहला – अगर आपको बार-बार सर्दी-खांसी और जुखाम की समस्या होती रहती हैं, तो इसके पीछे बैक्टीरियल इंफेक्शन कारण हो सकता है, जो साइनस का कारण भी बन सकता है। दूसरा , अगर व्यक्ति किसी खास प्रकार की एलर्जी या धूल-प्रदूषण से होने वाली एलर्जी से ग्रस्त है, तो उसे साइनस होने का खतरा हो सकता है।

पुराना जुकाम कैसे ठीक करें
अदरक के रस में शहद मिलाकर चाटने से भी जुकाम में आराम मिलता है। 1-2 अदरक के छोटे-टुकड़े, 2 काली मिर्च, 4 लौंग और 5-7 तुलसी की ताजी पत्तियां पीसकर एक गिलास पानी में उबालें। जब यह उबलकर आधा गिलास रह जाए, तब इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं। अदरक के छोटे-छोटे टुकड़ों को देसी घी में भूनकर दिन में 3-4 बार पीसकर खाएं। आयुर्वेद की मान्यता में इस उपाय से लाभ मिलता है। (हील इनिशिएटिव)

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