मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में जातिवादी गुड़ो का अत्याचार देखने को मिला है. जहां रविदास जयंती मना रहे कुछ दलितों के साथ गांव में ही रहने वाले एक दबंग ने उन्हें रविदास जयंती मनाने से रोक दिया। यही नहीं जंयती मनाने के लिए इक्ट्ठा हुए सभी लोगो को जातिसूचक गालियां भी दी।
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पूरा मामला छतरपुर के राजनगर थाना क्षेत्र के गांव रानीपुर (डुमरा) का है. जहाँ रविदास जंयती के दिन यानी 5 फरवरी को गांव के दलित समुदाय द्वारा रविदास जयंती का आयोदन करने से नाराज़ गांव के कुछ जातिवादियों ने दलितों को रविदास जयंती मनाने से रोक दिया। पीड़ितों के अनुसार कार्यक्रम रूकवाने वाला गांव का उच्च जाति का भागचंद पटेल है।
कट्टे की नोक पर दलितो को धमकाया:
जानकारी के अनुसार रविदास जयंती मना रहा दलित समुदाय संत शिरोमणी रविदास महाराज की रैली निकालने की तैयारी कर रहा था। तभी गांव में रहने वाले भागचंद पटेल ने आकर गाली गलौज करना शुरु कर दिया। भागचंद पटेल ने कहा की तेरहवीं मानना बंद करो. दलित समुदाय द्वारा जब इसका विरोध किया गया तो आरोपी ने कट्टे की नोक पर जयंती मना रहे दलितों को धमकाना शुरू कर दिया। पास ही खड़े ग्रमीणों ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया। समाजचार वेबसाइट दि क्विंट के मुताबिक घटना के दुसरे ही दिन पुलिस ने आरोपी भागचंद पटेल को गिरफ्तार कर जेल भेड दिया है।
दलित अत्याचार पर BSP का एलान:
मामले पर बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष ने दलित अत्याचार खत्म ना होने पर सड़कों पर उतरने की बात कही है। उन्होंने मंगलवार 7 फरवरी को पीड़ितों के साथ मिलकर एसपी ऑफिस में एक ज्ञापन भी शौपा। मामले पर बहुजन समाज पार्टी का कहना है कि जब से मध्यप्रदेश में बीजेपी सत्ता में आई है, तब से दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ रहें हैं। अगर ऐसा ही रहा तो बहुजन समाजवादी पार्टी सड़कों पर उतरेगी और इसके खिलाफ़ प्रदर्शन करेगी।
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