राजस्थान में दलित युवती के साथ अभद्रता, मदद की गुहार लगाने पर मुँह में भरा गोबर

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राजस्थान में अनुसूचित जाति की एक युवती के साथ अभद्र व्यवहार करने व उसके कपड़े फाड़ने और मारपीट करने का मामला सामने आया है। मारपीट में घायल युवती बीते दो दिन से महात्मा गांधी जिला अस्पताल में भर्ती है। पूछताछ करने पर पीड़ा बयां करते युवती की आंखों में आंसू भर आए। युवती का कहना हैं कि, उसने मामले को लेकर सज्जनगढ़ थाने में शिकायत की। पुलिस के उच्चाधिकारियों को भी सूचित किया, लेकिन उसकी कोई सुनने को तैयार नहीं है। आरोपी लोग उसे गांव छोड़ने के लिए भी धमका रहे हैं।

बता दें कि मामला सज्जनगढ़ थाने का है, युवती का आरोप है कि जब युवती अपनी बहन और दादी के साथ घर के बाहर बैठी थी तब शेर सिंह लबाना, चतर सिंह एवं कपिल वहां पहुंचे और जातिगत शब्दों का प्रयोग करते हुए उसे सरिए और लट्ठ से मारने लगे, साथ ही युवती के प्राइवेट पार्ट को हाथ लगाया और उससे जबरदस्ती करने की भी कोशिश की। युवती कहना हैं कि, आरोपी उसे जबरन घर से बाहर खींच लाए और उसके कपड़े भी फाड़ दिए। उनकी दरिद्रता यही नहीं रुकी बल्कि युवती के चीखने पर आरोपियों ने उसे चुप करने के लिए उसके मुँह में गोबर भर दिया। मदद की पुकार सुनकर पड़ोसियों ने युवती को आरोपियों से छुड़ाया। जानकारी के लिए बता दें कि आरोपी शेर सिंह लबाना, चतर सिंह एवं कपिल टांडा रत्ना क्षेत्र के निवासी हैं।

बताया जा रहा युवती के शरीर में भीतरी चोटें आई हैं और वो वह दो दिन से अस्पताल में भर्ती है। मारपीट के दौरान आरोपी यह भी कह रहे थे कि, “तेरे पिता पुलिस अधिकारियों से हमारे खिलाफ शिकायत करता है, हम तुझे गांव में नहीं रहने देंगे।” सज्जनगढ़ थानाधिकारी रूपलाल ने बताया कि पीड़िता की ओर से उन्हें लिखित में रिपोर्ट नहीं मिली है बल्कि 70 साल के चतर सिंह ने एक दिन पहले ही युवती के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी जिसमें बताया गया कि वह दूध लेकर लौट रहे थे तभी युवती ने रास्ता रोक उनसे अभद्रता की। सज्जनगढ़ थाना पुलिस मामले की जाँच में जुटी हैं।

अंबेडकरवादी सुरज कुमार बुद्ध ने ट्वीट करते हुए घटना की निंदा करते हुए कहा, प्रियंका गांधी जी, जो लड़की यूपी में लड़ सकती है वो आखिर राजस्थान में मौन क्यों हो जाती है? देखिए आपके राज में एक SC लड़की के साथ कितनी बर्बरता की जा रही है। इन जाहिल दरिंदों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। ये आतंक रोकिए।

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