राजस्थान में दलित दूल्हे को घोड़ी पर न चढ़ने की धमकी दी गई। इस मामले की शिकायत करते हुए दूल्हें ने स्थानीय पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की। फिर पुलिस की सुरक्षा में दलित दूल्हे की घोड़ी पर बैठाकर निकासी की गई। आइए जानते हैं पूरा मामला।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल अलवर जिले के लामचपुर गांव में 25 फरवरी रविवार के दिन पुलिस की भारी सुरक्षा में दलित युवक की बारात निकली, क्योंकि दलित युवक को घोड़ी पर न चढ़ने की धमकी दी गई थी, जिसकी शिकायत युवक ने स्थानीय पुलिस से की और अपनी सुरक्षा की मांग की । मामला शाहजहांपुर क्षेत्र एवं मुंडावर थाना क्षेत्र के गांव लामचपुर का है, जहां राहुल कुमार नामक एक दलित को शादी में घोड़ी पर नहीं चढ़ने की धमकी मिली थी।दलित युवक ने मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस थाने करते हुए अपनी सुरक्षा की मांग की थी। चेतावनी की शिकायत के बाद पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में दलित युवक को घोड़ी पर बैठाकर निकासी की गई। इसमें मुंडावर थाना प्रभारी, कोटकासिम थाना प्रभारी व ततारपुर थाना प्रभारी की मौजूदगी में भारी पुलिस जाप्ता के बीच दलित दूल्हे की निकासी कराई।
तीन थानाधिकारियों की मौजूदगी में घोड़ी निकासी :
तहसीलदार मदन सिंह ने कमांड में गांव में हल्के विरोध के बीच पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में घोड़ी पर बिठाकर विधि-विधान के साथ दूल्हे राहुल कुमार की घोड़ी पर निकासी निकाली गई। लामचपुर निवासी दूल्हा राहुल कुमार की बारात कोटपूतली क्षेत्र में जा रही थी।
शादी से पहले घोड़ी पर निकासी को लेकर धमकी की शिकायत दूल्हे राहुल कुमार ने जिला प्रशासन और उपखंड प्रशासन से शिकायत की थी। इसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर तीन थानाधिकारियो की मौजूदगी में भारी पुलिस सुरक्षा के बीच दलित दूल्हे राहुल कुमार की घोड़ी निकासी कराई।
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