देश में बढ़ते दलितों पर अत्याचार अब एक सामान्य सी बात हो गई है, दलितों का दर्द अब इस देश में किसी को नहीं दिखता और न महसूस होता है, कहीं चारपाई के नीचे बम लगा दिया जाता है, तो कहीं दलित को रुक कर उसपे थूका और पेशाब किया जाता है.
यह घटना है बिहार, जिला गोपालगंज, पोस्ट- महारानी, थाना – मुहम्मद पुर की जिसमे 27 जून को भरत राम सब्ज़ी लेकर अपने घर की ओर जा रहे थे अचानक भरत राम ने देखा की सड़क बंद की हुई है, भरत राम ने सुरेश प्रकाश जादव से बोला की राश्ता खोलिए, तो इतना सुनते ही सुरेश के साथ उसके चार ओर साथियों ने भरत राम को मारना शुरू कर दिया , सुरेश ओर उसके साथियों ने भरत राम को चारो तरफ से घेर लिया ओर डंडों से मारने लगे, इसके साथ सुरेश ओर उसके साथियों के हाथों में तलवारें थीं.
भरत राम के सर में टांके आए ओर एक उगंली टूट गई जब भरत राम ने बचाने के लिए आवाज़ लगाई तो भरत राम के पिताजी बचने आए परन्तु सुरेश ओर उसके साथियों ने उस बुजुर्क को भी नहीं छोड़ा ओर डंडे लेकर उस बुजुर्क को मारने लगे .
मारते समय लगातार भरत राम को जाति सूचक गाली दी जा रही थी, की मारो चमार को ये बहुत बोलने लगे हैं , भरत राम के ऊपर थूका सुरेश ओर उसके साथियों ने ओर पेशाब भी किया ओर बोला “ये साला चमार पी इस पेशाब को” , दलितों के प्रति ऐसी घटना आम हो गई हैं ओर सबसे चुकाने वाली बात ये है की कोई भी चाहें वो मीडिया , नेता या कोई ओर हो कोई बात नहीं करना चाहता है .
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
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