IIT Bombay dalit Student Suicide: जिग्नेश मेवाणी ने दर्शन सोलंकी मौत मामले में की SIT जांच की मांग

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गुरूवार को गुजरात में कांग्रेस विधायक एवं दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने IIT बॉम्बे में दलित छात्र की मौत मामले में SIT जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि (IIT) मुंबई में दलित छात्र दर्शन सोलंकी की मौत के मामले में विशेष जांच दल (SIT) जांच कराई जानी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि यह हत्या थी या जातिगत भेदभाव और रैगिंग का मामला।

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दलित छात्र के परिवार से मिले मेवाणी:

गुरूवार को जिग्नेश मेवाणी दर्शन सोलंकी के अहमदाबाद वाले घर पर पहुंचे। वहाँ उन्होंने दर्शन के परिवार से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि दलित समुदाय को संदेह है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या या जातिगत भेदभाव का मामला है। मेवाणी ने आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मामले में हस्तक्षेप करने और शोकसंतप्त परिवार के सदस्यों से मिलने की गुजारिश की साथ ही मामले में एसआईटी (SIT) जांच का आदेश देने की भी अपील की।

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मामले में अलग-अलग कहानियां सुनाईं जा रही है:

मेवाणी ने आगे कहा कि, मामले में हर कोई अलग अलग कहानियाँ सुना रहा है। ‘दर्शन के पिता रमेश सोलंकी ने मुझे बताया कि जब वह शव लेने के लिए वहां गए तो उन्हें अपने मृत बेटे का चेहरा तक नहीं देखने दिया गया। उन्हें संस्थान द्वारा फोन पर अलग-अलग बातें बताई गईं और आईआईटी मुंबई के प्रोफेसरों ने अलग-अलग कहानियां सुनाईं। दलित छात्र की मौत का पूरा मामला संदिग्ध लगता है। मामले में SIT जांच ही सच बाहर ला सकती है।‘

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बतातें चले कि मामले में पुलिस वर्जन ये है कि छात्र ने पढ़ाई की ज्यादा ही टेंशन ले ली थी जिसके कारण उसने आत्महत्या कर ली। वहीं the news beak की रिपोर्ट बताती है कि दलित छात्र दर्शन सोलंकी के दोस्तों को जब उसकी जाति का पता चला तो उनका व्यवहार अचानक बदल गया। जो दर्शन नहीं झेल पाया।

कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी (image : zee news)

 

वहीं IIT बॉम्बे के APPSC यानी अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्किल ने दर्शन की मौत को जाति के आधार पर हो रहे भेदभाव का नतीजा बताया। उनके मुताबिक दर्शन ने सुसाइड नहीं किया बल्कि यह संस्थागत हत्या है। APPSC के मुताबिक शिकायतों के बावजूद संस्थान ने दलित और आदिवासी छात्रों के लिए कैंपस को समावेशी और सुरक्षित नहीं बनाया। जिसके कारण फर्स्ट ईयर के छात्रों को आरक्षण विरोधी भावनाओं और गैर योग्यता के तानों को सबसे ज्यादा झेलना पड़ता है।

रविवार को क्या हुआ था..?

रविवार को मुंबई में IIT बॉम्बे के हॉस्टल से दलित छात्र दर्शन सोलंकी ने अचानक छात्रावास की इमारत की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस के मुताबिक दर्शन ने “पढ़ाई के दबाव में आकर सुसाइड जैसा कदम उठाया है। मामले पर पवई पुलिस अधिक्षक बुधन सावंतके ने कहा कि,” पहली नज़र में यह मामला दुर्घटना से हुई मौत लग रही है।“ वह मानसिक अवसाद में था इसलिए हर एंगल पर जांच कि जाएगी। पुलिस के मुताबिक दर्शन के पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है इसलिए मौत कारण अभी तक साफ नहीं है।

IIT बॉम्बे मे बीटेक प्रथम वर्ष का छात्र दिवंगत दर्शन सोलंकी (Image: dalit times)

 

जानकारी के मुताबिक दर्शन गुजरात अहमादाबाद का कहने वाला है। तीन महिने पहले ही उसने IIT बॉम्बे में एडमिशन लिया था। दर्शन मुंबई के पवई इलाके में मौजूद IIT बॉम्बे के केमिकल इंजिनियरिंग के फर्स्ट ईयर का छात्र था।

 

कांग्रेस निकालेगी कैंडल मार्च:

समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक गुरूवार 16 फरवरी को मुंबई पुलिस की एक टीम दर्शन सोलंकी के अहमदाबाद वाले घर पहुंची। वहाँ पुलिस ने दर्शन के परिवार वालों को बयान दर्ज किया। वहीं दूसरी तरफ जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि दर्शन सोलंकी के के समर्थन में दलित समुदाय 19 फरवरी को देशव्यापी कैंडल मार्च निकालेगा।

 

 

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