हिसार में 14 दिन से दलित युवक का शव लिए धरने पर बैठे परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हुआ, रविवार देर रात पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी व विनोद के परिजनों के बीच दो घंटे तक चली बैठक में सभी मांगों पर सहमति बन गई। इसके साथ ही परिजन शव का अंतिम संस्कार करने को तैयार हो गए।
बताया जा रहा हैं कि, पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, विधायक डॉ. कमल गुप्ता, जिला अध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र व मेयर गौतम सरदाना नागरिक अस्पताल में चल रहे धरने पर समाप्त करवाने पहुंचें, पुलिस इस मामले में अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।सदर थाना पुलिस ने ने हत्याकांड के आरोपी संजय व विजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने एक बाइक व कुछ लाठी डंडे भी बरामद किए हैं। मामले में गिरफ्तार तीन मुख्य आरोपी संदीप, मंदीप व सुनील को तीन दिन के रिमांड के बाद रविवार को अदालत के आदेश पर जेल भेज दिया गया।
विनोद की हत्या मामले में भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर शुक्रवार को हिसार पहुंचे। इसके बाद हिसार के सेक्टर 9-11 से सिविल अस्पताल तक जुलूस प्रदर्शन निकाला गया। दूसरी और धरने पर बैठे लोग सिविल अस्पताल से प्रदर्शन करते हुए विधायक डाक्टर कमल गुप्ता का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान वहां पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। प्रदर्शनकारी सिविल अस्पताल से होते हुए तलाकी गेट, नागोरी गेट, परिजात चौक, मलिक चौक से होते हुए विधायक के आवास के पास पहुंचे।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों में शामिल किसान मोर्चा, भीम आर्मी सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने इस मामले में विनोद को न्याय देने और उसके परिवार को आर्थिक सहायता मुहैया करवाने, नौकरी देने की मांगे की। उन्होंने कहा की पिछले 12 दिन से विनोद के शव का दाह संस्कार नहीं किया गया। फिर भी उनकी मांगें पूरी नहीं की। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले 12 दिन से विनोद का शव डी फ्रीजर में रखा है लेकिन इसके बावजूद प्रशासन उनकी बातों को नहीं मान रहा है।
क्या हैं मामला –
14 दिसंबर को मीरकां गांव में पानी की मोटर चोरी को लेकर गांव के ही कुछ लोगों ने विनोद, संदीप व भालसिंह को बुरी तरह से पीटा था। इस दौरान विनोद की मौत हो गई थी व संदीप व भालसिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद से पीड़ित परिजनों को न्याय दिलवाने की मांग को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने 15 दिसंबर से नागरिक अस्पताल में धरना शुरू कर दिया था।
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