“प्रशांत यादव ने कहा कि सपा को वोट देना। प्रशांत की बात बेटी ने नहीं सुनी और उससे कहा कि नहीं हम तो बीजेपी को ही वोट देंगे। इस पर प्रशांत भड़क गया और धमकी देकर चला गया। इसके बाद प्रशांत और मोहन शिशुपाल जाटव की बेटी को उठा कर ले गए और फिर दलित युवती की बोरे में बंद लाश मिली।“
Dalit Girl Murder Case : उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में दलित लड़की की हत्या का मामला खूब चर्चाओं में हैं। अब तक की जानकारी के मुताबिक दलित लड़की दुर्गा जाटव की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गयी क्योंकि उसने यूपी उप-चुनाव में समाजवादी पार्टी को वोट देने से मना कर दिया था। हत्या के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें मुख्य आरोपी प्रशांत यादव है और वो समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता भी है।
यह भी पढ़ें : केरल के स्कूल में जातिवाद का घिनौना चेहरा: 6 साल के दलित बच्चे से कराई गई सहपाठी की उल्टी की सफाई
फिलहाल इस घटना को दो दिन बीत चुकें हैं लेकिन PDA की बात करने वाले अखिलेश यादव ने इस घटना पर कोई बयान नहीं दिया है। वहीं दलित हितेषी राहुल गांधी भी मुंह पर उंगली रखे बैठे हैं। इन दोनों ही नेताओं के सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर कोई बात नहीं लिखी गयी है। हालांकि बीजेपी के लिए विपक्ष पर हमलावर होने का ये बढ़िया मौका था सो बीजेपी लगातार इस मुद्दे को उठा रही है और अपने काम पर लगी हुई है। फिलहाल दलित युवती के शव का पोस्टमार्टम हो चुका है और उसके शरीर पर चोटों के निशान होने की खबर सामने आई है।
सपा को वोट नहीं तो मार डाला :
20 नवंबर को उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव हुए लेकिन ये उपचुनाव दहशत, पुलिस की बर्बरता और कई आरोपों के बीच खत्म हुए। इसी दिन उत्तर प्रदेश के मैनपुरी की करहल विधानसभा में एक दलित युवती की हत्या का मामला सामने आया। जो लगातार राजनीतिक रूप ले रहा है।
यह भी पढ़ें : दबंग राशन डीलर ने दलित उपभोक्ता को पीटा, जातिसूचक गालियां देकर दी जान से मारने की धमकी
दअरसल दलित युवती की मौत का कारण ही राजनीतिक बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करहल में रहने वाले शिशूपाल जाटव ( मृतक के पिता) का कहना है कि उनकी बेटी (दुर्गा जाटव 23) की हत्या इसलिए की गयी क्योंकि उसने समाजवादी पार्टी की जगह भाजपा को वोट देने की बात कुछ सपाईयों (समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता प्रशांत यादव) से कह दी थी।
Statement of the victim’s family : https://x.com/DalitTime/status/1859190045577461901?t=iTxYTp5kfELvHWVqom-ItA&s=08
पहले रेप फिर हत्या :
20 नवंबर की सुबह थाना करहल इलाके में कंजरा नदी पुल के पास दुर्गा जाटव का शव बोरे में बंद मिला। शव नग्न अवस्था में था। शव के मिलने के बाद मामले में कई प्रतिक्रिया सामने आई और हर किसी ने इसे अपने एंगल से बताया। सोशल मीडिया पर दलित लड़की के पिता और माँ की वीडियो वायरल हैं। जिसमें दोनों कहते दिख रहे हैं कि 19 नवंबर की रात को प्रशांत यादव और एक अन्य व्यक्ति (मोहन कठेरिया) उनकी बेटी को बाइक पर उठा ले गए थे। जिसके बाद बेटी का नग्न शव बोरे में बंद मिला।
यह भी पढ़ें : जेल में आजम खान से मिले चंद्रशेखर, बोले- हम लड़ाई लड़ेंगे और अकेला नहीं छोड़ेंगे
माता-पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की हत्या सिर्फ इसलिए की गयी क्योंकि उसने सपा की जगह बीजेपी को वोट देने की बात कह दी थी। पीड़ित परिवार ने आरोप यह भी लगाया है कि पहले उनकी बेटी से रेप किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गयी। जिसके तुंरत बाद बीजेपी ने आरोपी प्रशांत यादव की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जिसमें आरोपी अखिलेश यादव के साथ फोटों में दिख रहा था।
मृतका की भाभी ने घटना पर किया खुलासा :
परिजनों ने बताया कि, “19 तारीख को जब घर के पास बब्लू नेता ने वोट डालने की बात कही तो बेटी ने कहा कि हम बीजेपी को वोट देंगे क्योंकि उसने हमारा काम किया है। इस पर सपाई प्रशांत यादव ने कहा कि सपा को वोट देना। प्रशांत की बात बेटी ने नहीं सुनी और उससे कहा कि नहीं हम तो बीजेपी को ही वोट देंगे। इस पर प्रशांत भड़क गया और धमकी देकर चला गया। इसके बाद प्रशांत और मोहन शिशुपाल जाटव की बेटी को उठा कर ले गए और फिर दलित युवती की बोरे में बंद लाश मिली।“
यह भी पढ़ें : BHU के हिन्दी विभाग के सेमिनार में दलित छात्र से मारपीट: न्याय के लिए दर-दर भटकता पीड़ित
जानकारी के मुताबिक मृतक दलित युवती की हत्या का राज उसकी चप्पलों ने खोला। मृतक दुर्गा जाटव की भाभी ने अमर उजाला से बात करते हुए कहा, “प्रशांत यादव और मोहन कठेरिया पर शक था इसलिए पिता जी दुर्गा को ढूंढ़ते हुए उनके घर चले गए। वहां दुर्गा की चप्पल मिली। इस बात को जब पिता जी ने नेता जी (बब्लू कठेरिया) को बताया तो उन्होंने (आरोपियो ने) सुन लिया और घर फोन करके चप्पलों को प्लॉट में फेंकने के लिए कहने लगा। पिता जी ने इतने उसके हाथ से फ़ोन छीन लिया इसलिए थोड़ी रिकॉर्डिंग मिल गयी जिसे पुलिस को सबूत के तौर पर दे दिया है।” मृतका की भाभी से जब “वोटिंग” वाली बात पूछी गयी तो उन्होंने कहा, “हमारी ननद ने बीजेपी को वोट देने की बात कही थी तो प्रशांत ने साइकिल पर वोट देने का दबाव बनाया। दुर्गा ने कहा हम बीजेपी को वोट देंगे तो प्रशांत यादव बिफर पड़ा और अपशब्द कहते हुए जान से मारने की धमकी देकर चला गया।
video : https://x.com/Sudhir_mish/status/1859558538885898726?t=L1UKHp555hF-QiNXMkQv8A&s=08
सपा वाली बात को पुलिस ने नकारा ?
आज तक की रिपोर्ट को मुताबिक पुलिस ने हत्या के मामले में “सपा को वोट देने वाली बात को नकारा है।“ जिसे समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा लगातार शेयर किया जा रहा है। हालांकि मैनपुरी के एसपी विनोद कुमार ने ANI से बात करते हुए बताया कि, “19 नवंबर की रात करहल कस्बे से एक 23 वर्षीय लड़की की लापता होने की FIR दर्ज हुई थी। जिसका शव 20 नवंबर की सुबह करहल थाने के पास वाली कजरा नदी के पुल के पास बरामद हुआ। शव नग्न और बोरे में बंद था। परिवार ने प्रशांत यादव और मोहन कठेरिया के ख़िलाफ़ मामला दर्ज करवाया था। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
यह भी पढ़ें : दलित वॉयस के संपादक वी. टी. राजशेखर का 93 वर्ष की उम्र में निधन
एसपी ने आगे कहा कि पीड़ित परिवार की वोटिंग वाली बात जिसमें कहा गया है कि, “पीड़ित की हत्या इसलिए कि गयी क्योंकि उसने सपा की जगह बीजेपी को वोट डालने की बात कही थी” वाले बयान को दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।“
Police Statment : https://x.com/Ravindr96380642/status/1859265111254515782?t=EzlJ7MUhs9FhdWgHsRrMYQ&s=08
सपा वाले ढूंढ रहे लव एंगल :
समाजवादी पार्टी के नेताओं को जब से यह पता चला है कि दलित लड़की की हत्या में सपा के एक कार्यकर्ता प्रशांत यादव का हाथ है तब से समाजवादी पार्टी के नेताओं ने दलित लड़की का चरित्र हनन करना शुरू कर दिया है। शिवपाल यादव ने इस घटना पर मीडिया से बात करते हुए इसे लव एंगल वाली हत्या बताया तो वही सपा की एक नेत्री ज्योति ने सीधे तौर पर सोशल मीडिया X पर लिखा की उसका बाप खुद लड़की से दुखी रहता था।
यह भी पढ़ें : बसपा के गढ़ अबेडकर नगर में इस बार कौन मारेगा बाज़ी, कटेहरी उप-चुनाव में बसपा, सपा और बीजेपी ने झोंक दी थी पूरी ताकत
उसके मोहल्ले में जाकर पूछो। हालांकि इस पर मिशन अंबेडकर के संस्थापक सुरज कुमार बौद्ध ने लिखा, “ मैनपुरी में दलित समुदाय की एक लड़की की जघन्य हत्या कर दी गई। मृतक को न्याय दिलाने की बजाए सपा नेता ज्योति यादव पीड़िता का चरित्र हनन कर रही हैं। चूंकि हत्यारा उनकी पार्टी का है, इनकी जाति का है। शर्म की बात है कि ज्योति यादव स्वयं एक महिला है।“
अखिलेश यादव और PDA :
20 नवंबर को यूपी की जिस करहल सीट पर उप-चुनाव हुआ था वो सीट अखिलेश यादव के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई थी। मैनपुरी जिले की कहरल सीट 1993 के बाद से ही समाजवादी पार्टी का गढ़ है। लोकसभा चुनाव 2024 में अखिलेश यादव ने यूपी की 80 सीटों में से 33 पर जीत दर्ज की थी। 33 सीट जीतने के पीछे का जो कारण था वो था अखिलेश यादव का PDA फॉर्मूला। अब अखिलेश यादव लगातार PDA यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक की बात करके आगे बढ़ रहे हैं।
यह भी पढ़ें : UP उपचुनाव 2024: तनाव, झड़पें और आरोपों के बीच 9 सीटों पर मतदान, न जानें कितने लोग बने राजनीति का शिकार
ऐसे में उन्हीं की गढ़ कही जाने वाली सीट करहल में एक दलित युवती की हत्या कर दी गई। वो भी सपा को वोट ना देने की वजह से और हत्या करने वाले समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता है। तो इस घटना को अगर अखिलेश यादव के PDA फॉर्मूले की पोल खोलने वाली घटना कहा जाए तो गलत नहीं होगा। बता दें कि इस सीट पर 1.4 लाख यादव, 40 हज़ार दलित और 15 हज़ार मुस्लिम मतदाता हैं। हालांकि लगातार अखिलेश यादव और मुलायाम सिंह यादव की सरकार को याद करते हुए यूपी के लोग उनकी सरकार को दलित विरोधी बताते रहते हैं।
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।