टोंक में जातिवादियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठा दलित परिवार.. पढ़िए पूरी खबर

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राजस्थान से आय दिन दलित उत्पीड़न के मामले सामने आते रहते है. एक बार फिर टोंक जिले में दलित महिला पर कुछ जातिवादी लोगों ने हमला कर दिया। दलित महिला द्वारा नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर आक्रोशित दलित परिवार ने भीमआर्मी जिलाध्यक्ष अशोक बैरवा के साथ मिलकर अंबेडकर सर्किल पर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया. करीब 3 घंटे बाद एसपी के आश्वासन पर धरने को खत्म कर दिया गया।

 

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क्या था मामला?

घटना 8 मार्च की है, जब पूरा देश महिला दिवस मना कर महिलाओं के हक और सम्मान की बात कर रहा था तब राजस्थान के टोंक जिले के डिग्गी थाना क्षेत्र में कुछ जातिवादियों ने एक दलित महिला को लाठी ड़डो से इतना पीटा कि वह घायल हो गई. दरअसल कलमंडा निवासी नर्मदा देवी अपनी भैसों को चराने के लिए खेत पर गई थी। इस दौरान उसकी भैस पास के एनीकट में पानी पीने चली गई। इस पर किशन लाल गुर्जर और उदाराम गुर्जर ने लाठी से हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गई।

 

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नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी

दलित महिला नर्मदा देवी का आरोप है कि उसने घटना की पूरी जानकारी पुलिस को दी और साथ ही हमले को लेकर नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, लेकिन अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

 

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गिरफ्तारी की मांग मे धरना प्रदर्शन

नाराज दलित परिवार का गुरुवार को गुस्सा फूट पड़ा, जिसके बाद दलित परिवार ने भीमसेना जिलाध्यक्ष अशोक बैरवा के साथ अंबेडकर सर्किल पर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया। धरने की सूचना मिलने पर डीएसपी सलेह मोहम्मद धरनास्थल अंबेडकर सर्किल पहुंचे और पीड़ित परिवार से समस्या पूछी। दलित पीड़ित परिवार ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर सपी ने 3-4 दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। भीमसेना जिलाध्यक्ष अशोक बैरवा ने कहा कि यदि 3-4 दिन में आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो फिर से बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।

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