लखनऊ में दलित महिला पर दबंगों का कहर: गालियां दी, पीटा और जलाने की कोशिश

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लखनऊ के इटौंजा थाना क्षेत्र में दलित महिला पर ग्राम प्रधान के भाई-बहनों ने जातिसूचक गालियां देते हुए हमला किया और जलाने की कोशिश की। महिला गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में भर्ती है। पुलिस पर कार्रवाई में ढिलाई का आरोप है, जबकि दलित संगठनों ने न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है। मामले ने जातिगत अत्याचार पर फिर से सवाल खड़े किए हैं।

UP News: लखनऊ के इटौंजा थाना क्षेत्र से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां दबंगों ने एक दलित महिला को जातिसूचक गालियां दीं, जमकर पीटा और उसे जलाने की भी कोशिश की। यह घटना गांव के रास्ते में तब हुई जब महिला अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए जा रही थी। आरोप है कि ग्राम प्रधान के भाई और बहनों ने महिला को रास्ते में रोक लिया और पहले जातिसूचक गालियां दीं। जब महिला ने इसका विरोध किया, तो उन लोगों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया।

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हमले के दौरान महिला को गंभीर चोटें, अस्पताल में भर्ती

हमले के दौरान दबंगों ने महिला को बेरहमी से पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि महिला की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और उसे किसी तरह बचाया। घायल महिला को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

पुलिस कार्रवाई पर सवाल: आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं

घटना के बाद पीड़ित महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि आरोपी ग्राम प्रधान के परिजन हैं।

दलित संगठनों का विरोध प्रदर्शन, न्याय की मांग

इस घटना के खिलाफ दलित संगठनों ने लखनऊ में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक महिला पर हमला नहीं है, बल्कि पूरे समुदाय के आत्मसम्मान पर चोट है। संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और पीड़िता को न्याय मिले।

जातिगत अत्याचार पर फिर सवाल

यह घटना उत्तर प्रदेश में जातिगत अत्याचार के गंभीर सवाल खड़े करती है। दलित समुदाय के लोगों का कहना है कि वे अभी भी सामाजिक और आर्थिक शोषण का शिकार हैं। इस घटना ने एक बार फिर दिखाया है कि दलितों को न्याय पाने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ता है।

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अधिकारियों का बयान

इटौंजा थाना प्रभारी ने बयान दिया है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। हालांकि, स्थानीय लोगों और संगठनों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता से न्याय मिलने में देरी हो सकती है।

इस घटना ने लखनऊ और आसपास के इलाकों में आक्रोश फैला दिया है, और लोग अब पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।

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