आदिवासी नायक की जयंती पर पीएम मोदी ने कहा,’बिरसा मुंडा जी का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा’

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर एक संदेश ट्वीट किया। पीएम मोदी ने हिंदी में अपने संदेश में लिखा, “स्वतंत्रता आंदोलन को तेज धार देते हुए हमेशा आदिवासी समाज के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष किया।”
उन्होंने ट्वीट किया, “देश के लिए उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।” पीएम मोदी ने 2000 में बिरसा मुंडा की जयंती पर बने झारखंड के निवासियों को भी बधाई दी। प्रधान मंत्री ने कहा कि राज्य की एक ऐतिहासिक पहचान है और इसकी एक अलग संस्कृति है और कामना की कि बिरसा मुंडा की भूमि आगे बढ़े।
आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी की जयंती को सरकार जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मना रही है साथ ही आने वाले दिनों में पीएम मोदी इस अवसर को चिह्नित करने के लिए, मध्य प्रदेश का दौरा करने वाले हैं, जहां वह आदिवासी समुदाय के कल्याण के लिए कई पहलों का उद्घाटन करेंगे।

15 नवंबर 1875 को जन्मे बिरसा मुंडा की स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका ने आधुनिक भारत के इतिहास की दिशा बदल दी। उन्हें अंग्रेजों के खिलाफ आदिवासी समुदाय को लामबंद करने और उन्हें आदिवासियों के भूमि अधिकारों की रक्षा करने वाले कानूनों को लागू करने के लिए मजबूर करने के लिए जाना जाता है।
मुंडा जी ने अपने छोटे से जीवन में ही देश भर के आदिवासियों के जीवन में मौलिक परिवर्तन लाए। 1900 में 25 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
मोदी ने कहा, “भगवान बिरसा मुंडा ने समाज के लिए जीवन दिया अपनी संस्कृति अपने देश के लिए प्राणों का परित्याग किया। इसलिए वे आज भी हमारी आस्था में हमारी भावनाओं में उपस्थित हैं।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर बिरसा मुंड संग्रहालय का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि आज के ही दिन झारखंड एक राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था। आदिवासी हितों की नीतियों को आज के दिन ही जोड़ा गया था। आज इस महत्वपूर्ण अवसर पर देश का पहला जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी म्यूजिम देशवासियों के लिए समर्पित है। भारत की आजादी के लड़ते हुए भगवान बिरसा मुंडा ने रांची की इसी जेल में बिताए। जो भूमि उनके तप, त्याग की साक्षी बनी हो। वह हमारे लिए एक पवित्र तीर्थ है।

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