राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं। लेकिन किसी अच्छी वजह के लिए नहीं बल्कि राजस्थान में दलित और आदिवासियों के ऊपर लगातार बढ़ रहे अत्याचार की वजह से। सोशल मीडिया एक्स पर #भजनलाल_शर्मा_इस्तीफा_दो ट्रेंड कर रहा है। और कहा जा रहा है कि अगर भजनलाल शर्मा से कुर्सी नहीं संभल रही तो इस्तीफा क्यों नहीं दे देते…?
राजस्थान में लगातार दलित आदिवासियों के ऊपर अत्याचार बढ़ रहा है। पिछले एक महीने में तो राजस्थान से सामने आने वाली दलित और आदिवासी उत्पीड़न की घटनाओं ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। चाहें दलित दूल्हे को घोड़ीचढ़ने से रोकने की घटना हो या दलित युवक के साथ मारपीट की घटना हो। या दलित,आदिवासी महिला से रेप कर उसकी हत्या का मामला ही क्यों ना हो। राजस्थान में इस तरहके जघन्य अपराधों से हाहाकार मचा हुआ है। भजनलाल शर्मा सरकार में बीते एक महीनेमें दलित, आदिवासी उत्पीड़न की घटना चरम पर हैं।
आदिवासी बच्ची से रेप, ज़िंदा जलाया :
मंगलवार को राजस्थान के करौली की 12 साल की आदिवासी बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गयी। बच्ची मूक बधिर हैं यानी बोलऔर सुन नहीं सकती। सिर्फ अपनी व्यथा इशारों में या संकेतों में बता सकती हैं। लेकिन फूल जैसी मासूम बच्ची जिस पर प्यार आना चाहिए उसे कुछ लोगों ने अपनी हवस का शिकारबनाया। दरिंदों का मन जब इससे भी नहीं भरा तो बच्ची के शरीर पर आग लगा दी। 11 दिन बाद अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गयी। बच्ची के गुनहगारों को जल्द से जल्द पकड़ कर कानूनी कार्यवाही के लिए लोग लगातार बोल रहे है।सोशल मीडिया पर बच्ची को न्याय दिलाने के लिए हैशटैग चलाए जा रहे हैं। बता दें कि इस पूरे मामले पर पुलिस और मीडिया पर भी सवाल उठे हैं कि सही जानकारी को छिपाया गया है।
हालांकि करौली पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा, “इस घटना की संवेदनशीलता देखते हुए कोई भी अप्रामाणिक बात किसी के द्वारा सार्वजनिक मंच पर कहना उचित नहीं होगा। पुलिस ने आगे कहा, बालिका के स्कूल सैंपल एवं कपड़ों के सैंपल FSL परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।साइंटिफिक एक्सपर्ट्स की राय के अनुसार प्रकरण में अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा। बालिका मूक बधिर होने के कारण साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट की सहायता से उसके बयान दर्ज किए गए।प्रकरण में साक्ष्य-आधारित अनुसंधान किया जा रहा है। पुलिस ने आगे कहा, राजस्थान पुलिस इस प्रकरण की गुत्थी सुलझाने के लिए कटिबद्ध है और इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
शराब माफियाओं ने दलित युवक की पीट-पीटकर ले ली जान :
दूसरा मामला राजस्थान के सूरजगढ़ (झुंझुनूं) का है। जहां शराब माफियाओं से शराब न लेने पर शराबमाफियाओं ने दलति युवक रामेशवर वाल्मीकि की इस हद तक पीटा की उसकी मौत हो गयी।स्थानीय मीडिया के मुताबिक घटना 14 मई की है। जब शराब ना खरीदने को लेकर शराब माफिया दलित युवक रामेश्वर वाल्मीकि को एक सुनसान हवेली लेकर गए। वहाँ दलित युवक को लाठी डंडों से बेरहमी से पीटा गया।
दलित युवक को लाठी पर बांधकर उल्टा लटका कर अधमरा होने तक पीटा गया। इसके बाद सभी अपराधी घायल दलित युवक को अस्पताल लेकर पहुंचे।जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद सभी अपराधी शव को उसके घर के सामने फेंक कर चले गए। जानकारी के मुताबिक पुलिस इस मामले में दीपेंद्र सिंह उर्फ चिंटू, प्रवीण उर्फ पीके, प्रवीण उर्फ बाबा, सुभाष उर्फ चिंटू व सतीश उर्फ सूखा को गिरफ्तार किया है।
दलित दूल्हे को घोड़ी नहीं चढ़ने देते :
बीते एक महीने में राजस्थान के झालावाड़ से ऐसी अनगिनत घटनाएं सामने आई हैं जहाँ दलित दूल्हे को घोड़ी चढ़ने पर लाठियां बरसाई गई है। डीजे तोड़ दिए गए। गाली गलौज की गयी। इसके बाद भीम आर्मी और पुलिस ने दलित दूल्हे को घोड़ी पर बिठाकर उसकी बिनौली निकाली गई है। बता दें कि झालावाड़ बीजेपी नेता वसुंधरा राजे का गढ़ कहा जाता है। वहीं सोशल मीडिया पर लगातार ऐसी घटनाओं की वीडियो शेयर कर दलित समाज के लोग इस बात को कह रहे हैं। झालावाड़ में दलितों को घोड़ी पर बैठने नहीं दिया जाता।
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
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