BHU में दलित छात्र से अप्राकृतिक दुष्कर्म के बाद मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की भी मिली धमकी

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BHU में सोशियोलॉजी के छात्र से जबरन पैंट उतारकर अप्राकृतिक दुष्कर्म करने की कोशिश, मारपीट गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने की घटना आयी है सामने….

Banaras News : BHU के राजाराम छात्रावास में आज 31 मार्च को एक दलित छात्र के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म करने की कोशिश और मारपीट का मामला सामने आया है। खबर सामने आते ही हॉस्टल सहित पूरे विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया।

जानकारी के मुताबिक काशी हिंदू विश्वविद्यालय के राजाराम छात्रावास में रहने वाले सोशियोलॉजी MA फाइनल ईयर के एक छात्र ने आज 31 मार्च की सुबह राजाराम हॉस्टल में ही रहने वाले एक छात्र ने जबरन अप्राकृतिक दुष्कर्म करने की कोशिश का आरोप लगाया है। छात्र का आरोप है कि 30—31 मार्च की रात 02:45 बजे जब वह पढ़ाई कर रहा था तो राजाराम हॉस्टल के एक लॉबी में अचानक बिजली गुल हो गई, तो वह हॉस्टल के बिजली बोर्ड का MCB चेक करने गया था, क्योंकि हॉस्टल के अन्य लॉबी में बिजली थी। हॉस्टल का बिजली बोर्ड सीढ़ी के नीचे लगा हुआ है, जहां पूरी तरह से अंधेरा था। जैसे ही उक्त छात्र MCB चेक करने के लिए झुका, पीछे से राजाराम हॉस्टल के ही MPMIR के एक छात्र ने पीछे से दबोच लिया और छात्र का लोवर जबरन खोलने लगा।

जब छात्र ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने छात्र का सिर दीवार से लड़ा दिया और और फिर से जबर्दस्ती उसकी पैंट खोलने लगा और भद्दी गालियां बकने लगा। पीड़ित छात्र किसी तरह से आरोपी से चंगुल छुड़ाकर भागा तो आरोपी उक्त पीड़ित छात्र का पीछा करते हुए उसके कमरे में पहुंच गया और फिर से मां बहन की भद्दी गालियां देते हुए जबरन उसकी पैंट खोलकर हाथ डालने की कोशिश की। जब छात्र ने कड़ा विरोध किया, तब उसको थप्पड़ों और मुक्कों से मारते हुए घायल कर दिया और पीड़ित छात्र का फोन भी छीनकर आधे घंटे तक कमरे में बंदी बनाए रखा।

जानकारी के मुताबिक बाद में किसी ने इस घटना की जानकारी हॉस्टल के वार्डन और प्रॉक्टोरियल बोर्ड को दे दी, तब जाकर प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने 4 बजे भोर में राजाराम हॉस्टल पहुंचकर उक्त छात्र को मुक्त कराया और ट्रॉमा सेंटर पहुंचा कर घायल छात्र का मेडिकल और इलाज करवाया। पीड़ित छात्र से हॉस्टल के मुख्य वार्डन स्वयं ट्रॉमा सेंटर मिलने पहुंचे और छात्र का ढाढस बंधाया।

पीड़ित छात्र अपने साथ हुए इस घटना के बाद बुरी तरह सहम गया। पीड़ित छात्र ने लंका थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए तहरीर दी है, लेकिन अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। हताश और सहमे छात्र ने उचित कारवाई न होने पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय छोड़ देने का विचार कर रहा है।

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