प्रयागराज दलित परिवार के हत्याकांड में यूपी पुलिस का दावा, दलित युवक पर लगाया आरोप

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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक दलित परिवार की हत्या के मामले में एक 23 वर्षीय दलित व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय पुलिस का दावा है कि उसने अज्ञात सहयोगियों के साथ हत्याओं को अंजाम दिया। पुलिस ने यह भी कहा कि बलात्कार और हत्या की गई बेटी नाबालिग नहीं है और मामले से पोक्सो अधिनियम की धाराएं हटाई जा रही हैं।

पुलिस ने कहा कि जिस व्यक्ति को उन्होंने गिरफ्तार किया है, वह पीड़ितों के घर के पीछे एक ईंट के भट्टे में रहता है। वह युवती को प्रताड़ित कर रहा था।चार लोगों के परिवार के शव गुरुवार सुबह उनके घर पर मिले थे पुलिस ने बताया कि उन पर धारदार हथियार से हमला किया गया है.बच्ची का शव घर के अंदर एक कमरे में मिला, बाकी तीन शव आंगन में मिले थे पुलिस ने यह भी कहा कि मारे गए लोगों में लड़की के साथ दुष्कर्म की भी पुष्टि हो गई है।रविवार शाम जारी बयान में, एडीजी (प्रयागराज जोन) प्रेम प्रकाश ने कहा: “23 वर्षीय आरोपी मृतक के समान समुदाय का है। वह बार-बार उसके मोबाइल फोन पर मैसेज भेजकर लड़की को परेशान कर रहा था। लड़की मना कर रही थी आखिरी संदेश और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया।

बता दे कि प्रयागराज में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रेम प्रकाश ने नई गिरफ्तारी का विवरण ट्वीट करते हुए कहा कि 23 वर्षीय का नाम पवन सरोज था और उसने महिला की मौत से कुछ घंटे पहले “आई हेट यू” संदेश भेजा था।1996 में पैदा हुई महिला एक होनहार छात्रा थी, उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा। ट्वीट में लिखा है, “वह एक स्थानीय विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल करने के बाद विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी।”

परिवार के रिश्तेदारों को शक था कि हत्या पड़ोसी परिवार ने की थी, जो पीड़ितों के साथ संपत्ति से संबंधित विवाद में शामिल था। कथित हमलावरों का परिवार तथाकथित ऊंची जातियों से ताल्लुक रखता था।शिकायत दर्ज कराने के बाद सवर्ण परिवार के 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि उन्हें अभी तक इस परिवार से जुड़े कोई सबूत नहीं मिले हैं। इनके खिलाफ जांच अभी जारी हैपीड़ितों के एक रिश्तेदार ने आरोप लगाया था कि पुलिस जमीन विवाद मामले में दोनों परिवारों के बीच जबरन समझौता कराने की कोशिश कर रही है.

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