हिसार में जाट द्वारा दलित व्यक्ति की लिंचिंग के बाद 4 दिन से भूख हड़ताल पर बैठा परिवार

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हरियाणा के हिसार जिले के मिरकन गांव में 14 दिसंबर को एक 40 वर्षीय दलित व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी गई और उसके दो चचेरे भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले के लिए कथित रूप से जिम्मेदार जाट लोगों ने पीड़ित पर पानी चोरी करने का आरोप लगाया था।

मृतक की पहचान विनोद सिंह के रूप में हुई , उनके चचेरे भाई संदीप और भाल सिंह का वर्तमान में कई चोटों के लिए इलाज चल रहा है। भाल सिंह की हालत नाजुक बनी हुई है।विनोद की पत्नी सुमन ने द वायर को बताया कि उनके काम से लौटने के बाद, कुछ ‘उच्च’ जाट जाट पुरुष उनके घर आए और जोर देकर कहा कि वह उनके साथ आए, और उन्हें दूसरी नौकरी देने का प्रस्ताव दिया।

उसे गेहूं के खेत में काम करने के बहाने बुलाया गया था। हमें नहीं पता था कि वह घर नहीं लौटेगा। परिवार का कहना हैं कि हम यहां कई दिनों से गहरे संकट में बैठे हैं, हिसार के सिविल अस्पताल के बाहर शिविर लगा कर परिवार लगातार दसवें दिन धरने पर बैठा है। ठंड के मौसम से जूझ रही 30 वर्ष की सुमन अपने एक वर्षीय बच्चे को गोद में लेकर बैठी हैं परिजनों ने सभी आरोपियों के गिरफ्तार होने तक उसका शव वापस लेने से इनकार कर दिया है।

मिरकान गांव में 25-30 से अधिक परिवार हैं जो एक घनिष्ठ समुदाय में रहते हैं। उच्च जाति के जाट पुरुष इस क्षेत्र में भारी राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक शक्ति रखते हैं। विनोद की बहन मंजू ने कहा, “हमने कई दिनों से कुछ नहीं खाया है। हम परिवार में कुल 12 लोग हैं। वह हम सभी को खिलाने वाला था। हम यहां करीब दस दिनों से धरने पर बैठे हैं। पुलिस जो कर रही है उससे हम संतुष्ट नहीं हैं। पहले उन्होंने हमें बताया कि उन्होंने छह लोगों को गिरफ्तार किया है।

परिवार का कहना हैं कि,“यह हमारी जाति के कारण है कि हम गरीब हैं, आर्थिक रूप से पिछड़े हैं और इसका सामना कर रहे हैं। जाट पुलिस को पैसे दे सकते हैं और अगर चाहें तो जांच को नियंत्रित कर सकते हैं।पुलिस ने जांच के ब्योरे में विस्तार नहीं किया है और न ही गिरफ्तार लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया है।

उनकी पत्नी का कहना हैं कि, “पुलिस का दावा है कि उन्होंने आरोपी को गिरफ्तार किया है लेकिन उनके नाम या उनकी गिरफ्तारी की स्थिति हमें नहीं दी गई है। मेरे पति की मौत के लिए 17 लोग जिम्मेदार हैं और जब तक मैं लगातार बीमार हूं और मैं अस्वस्थ हूं। उन्होंने कहा बहुत सारे लोग विनोद पर निर्भर थे वह परिवार के एकमात्र कमाने वाला था । ”

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