उत्तरप्रदेश में आतंकी हमले की कोशिश, गंभीर मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए : मायावती

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उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में पहली बार रविवार को 2 अलकायदा आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से दो प्रेशर कुकर बम और एक पिस्टल बरामद किया गया था। दोनों ने 15 अगस्त को कई शहरों में मानव बम के जरिये धमाके की साजिश रची थी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर उत्तरप्रदेश के पुलिस प्रशासन और बीजेपी को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है।

मायवती ने ट्वीट करके लिखा कि यह मामला गंभीर है इसकी आड़ में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। इस मामले के पीछे जरा से भी सच्चाई है तो पुलिस बेखबर क्यों थी।

मायावती ने अपने पहले ट्वीट में लिखा “यूपी पुलिस का लखनऊ में आतंकी साजिश का भण्डाफोड़ करने व इस मामले में गिरफ्तार दो लोगों के तार अलकायदा से जुड़े होने का दावा अगर सही है तो यह गंभीर मामला है और उचित कार्रवाई होनी चाहिए वरना इसकी आड़ में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए जिसकी आशंका व्यक्त की जा रही है।”

सुप्रीमो ने आगे लिखा “यूपी विधानसभा आमचुनाव के करीब आने पर ही इस प्रकार की कार्रवाई लोगों के मन में संदेह पैदा करती है। अगर इस कार्रवाई के पीछे सच्चाई है तो पुलिस इतने दिनों तक क्यों बेखबर रही? यह वह सवाल है जो लोग पूछ रहे हैं। अतः सरकार ऐसी कोई कार्रवाई न करे जिससे जनता में बेचैनी और बढ़े।”

आतंकियों को पकड़ने के लिए ली गयी जम्मू-कश्मीर पुलिस की मदद

यूपी में आतंकियों को पकड़े जाने के दौरान जम्मू-कश्मीर के पुलिस अफसरों की मदद ली गई। ऐसा बताया जा रहा है कि आतंकियों ने गिरफ्तारी से पहले कुछ जलाया था। जब आतंकियों को पकड़ने की साजिश रची जा रही थी, उस वक्त यूपी एटीएस और जम्मू-कश्मीर के पुलिस अफसर लगातार संपर्क में रहे। ऐसे में ये माना जा रहा है कि आतंकियों की साजिश डिकोड करने में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मदद की।

आतंकियों का पाकिस्तान से कनेक्शन

यूपी एटीएस ने रविवार सुबह लखनऊ के दो घरों में छापेमारी की थी। एक घर में पुलिस और एटीएस को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. ATS के सर्च ऑपरेशन में जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है वो अल कायदा के आतंकी हैं।

आतंकी शाहिद 8 साल पहले दुबई से वापस लौटा था। दोनों आतंकियों के तार आतंकी संगठन अल-कायदा से जुड़े हैं। सर्च ऑपरेशन में घर से विस्फोटक भी मिला है। आतंकियों के निशाने पर पूरा यूपी था। आतंकी बड़े धमाके को अंजाम देने की फिराक में थे।

15 अगस्त के करीब बनाया था विस्फोट का प्लान

यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि आतंकियों का 15 अगस्त के करीब धमाके का प्लान था। मानव बम के ज़रिये धमाके की साजिश थी। आतंकियों का फ़िदायीन हमले के जरिए पूरे यूपी में धमाके का प्लान था।

अलकायदा के ये आतंकी पकड़े नहीं जाते, तो ये 15 अगस्त तक यूपी के कई बड़े शहरों में सीरियल ब्लास्ट कर सकते थे।

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