दिल्ली के नगर निगम चुनाव 2022 का परिणाम घोषित हो चुका है और इसी के साथ 15 साल से दिल्ली MCD में काबिज़ BJP को आम आदमी पार्टी ने इस बार विपक्ष में लाकर खड़ा कर दिया है। तीन भागों में बटी दिल्ली को परिसीमन कर एक नगर निगम बनाने के बाद यह पहला नगर निगम चुनाव था। जिसमें आम आदमी पार्टी ने पूर्ण बहुमत का आंकड़ा क्रॉस करके 134 सीटों पर जीत दर्ज की, 15 सालों से MCD की सत्ता में रहने वाली BJP को 104 सीटें मिली वहीं कांग्रेस को सिर्फ 9 सीटों से संतोष करना पड़ा तो दूसरी तरफ चुनावी जंग में 3 सीटें अन्य के खाते में गयी।
बताते चलें कि परिसीमन के बाद नगर निगम की कुल सीटें 250 हो गयी थी और बहुमत का आंकड़ा 126 हो गया था। वहीं इन 250 सीटों में 42 सीटों अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई थी और कुल सीटों का 50 फीसदी महिलाओं के आरक्षित किया गया था।
अनुसूचित जाति के 39 कैंडिडेट ने की जीत दर्ज:
दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 में 42 सीटों में से 39 सीटों को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया। जिसमें 19 सीटें अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए आरक्षित थी। इन 39 सीटों में से 34 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की वहीं BJP के खाते में सिर्फ 5 सीट गयी।
यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है कि दलितों और बहुजनों की सबसे बड़ी पार्टी BSP दिल्ली MCD चुनावो में एक सीट पर भी जीत दर्ज नहीं कर सकी। उन सीटों पर भी नहीं जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी। वहीं आरक्षित सीटों पर अधिकतर आम आदमी का दबदबा रहा। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने न केवल बीजेपी को 104 सीटों पर सीमित कर दिया बल्कि कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक पार्टियों के वोट बैंक को भी समेटा। जिसमे एक बड़ा आंकड़ा दलित आबादी का भी है।
2017 के मुकाबले इन चुनावों में क्या अलग था:
साल 2017 में जब दिल्ली के नगर निगम चुनाव हुए थे तो दिल्ली तीन भागों में (ईस्ट दिल्ली, नार्थ दिल्ली और साउथ दिल्ली) बटी हुई थी। उस वक्त कुल वार्ड की संख्या 272 थी और मैजोरिटी की आंकड़ा 137 था। 2017 के चुनावों में BJP ने 181 सीटें, आम आदमी पार्टी ने 49 सीटें और काँग्रेस ने 31 सीटें जीती थी।
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